अखिलेश के प्रति कठोर मुलायम, भेंट करने पहुंचे सीएम पांच मिनट में ही लौटे
अखिलेश यादव ने पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के घर, पांच वीडी रोड का रुख किया। वहां पर उनकी गाड़ी भीतर गई तो लेकिन सीएम की गाडिय़ों का काफिला पांच मिनट बाद ही बाहर आ गया।
लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी का सिंबल साइकिल लेने के साथ ही उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की पहली जंग जीतने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भरोसा है कि चुनाव में पार्टी शानदार प्रदर्शन करेगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मंगलवार को अपने सरकारी, पांच कालीदास मार्ग पर पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ताओं से मिले और बधाई ली।
अखिलेश यादव ने इसके बाद पार्टी के मुखिया तथा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के घर, पांच वीडी रोड का रुख किया। वहां पर उनकी गाड़ी भीतर गई तो लेकिन सीएम की गाडिय़ों का काफिला पांच मिनट बाद ही बाहर आ गया। माना जा रहा है कि आज भी उनकी मुलायम सिंह यादव के साथ भेंट-मुलाकात नहीं हो सकी है।
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इससे पहले सीएम ने कल एक फोटो ट्वीट की थी, जिसमें उनको पार्टी के मुखिया के साथ दिखाया गया था, लेकिन आज अखिलेश ने अपने सरकारी आवास पर बताया कि कल उनकी नेताजी से भेंट नहीं हो सकी थी। इससे तो लगता है कि मुलायम सिंह यादव का अखिलेश यादव के प्रति रुख अभी भी नरम नहीं है। आज भी सीएम अखिलेश यादव भले ही उनसे मिलने गए थे, लेकिन पांच मिनट बाद ही उनको वहां से लौटना पड़ा।
नेताजी का चेहरा व मेरा काम ही है सपा की पहचान : अखिलेश
अखिलेश यादव आज पार्टी कार्यालय न जाकर सीधे मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर पहुंचे। वहां नेताओं के भेंट करने के बाद कहा नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का चेहरा तथा मेरा काम ही समाजवादी पार्टी की पहचान है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जल्दी ही गठबंधन की सूची जारी होगी। इसका ऐलान लखनऊ में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह) का मुझे पूरा आशीर्वाद है। वह मेरे पिता होने के साथ ही समाजवादी पार्टी के संरक्षक भी हैं। उनका चेहरा मेरा काम यही सपा की पहचान, इसी के तहत हम चुनाव के मैदान में उतरने जा रहे हैं।
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अखिलेश यादव कल रात सिम्बल पर फैसले के बाद मुलायम सिंह यादव के आवास पर पहुंचे थे। करीब घंटे भर की मुलाकात के बाद अखिलेश यादव अपने आवास पर वापस आये थे। कल रात के बारे में अखिलेश ने कहा कि मैं नेताजी को मनाने गया था लेकिन वो नहीं माने। साथ ही अखिलेश यादव ने विश्वास जताया कि उन्हें नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद जरुर मिलेगा। उन्होंने कहा कि रात में नेता जी को मनाने गया था लेकिन वो नहीं माने, पर साथ ही चलेंगे। इसके बाद उन्होंने ट्वीट भी किया था कि अब साइकिल चलती जाएगी, आगे बढ़ती जायेगी।
अपने सरकारी आवास पर अखिलेश यादव ने कार्यकर्ता तथा नेताओं से कहा कि आप लोगों को अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मैं प्रत्याशियों की लिस्ट बहुत जल्द मैं जारी करूंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस से साथ गठबंधन पर एक-दो दिन में फैसला आ जायेगा।
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अखिलेश ने कहा कि अब बड़ी जिम्मेदारी है, अभी सारा ध्यान सरकार बनाने पर होगा। उन्होंने कहा कि आज पार्टी ऑफिस नहीं जाऊंगा। उन्होंने बताया कि आगरा में 19 को होने वाली रैली अभी रद कर दी गई है। अब समय कम बचा है। उन्होंने इशारा किया कि राहुल से दोस्ती का अभी इंतजार करना होगा। अब बड़ी जिम्मेदारी है, अभी सारा ध्यान फिर से सरकार बनाने पर है। राहुल गांधी के साथ मंच साझा करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इन्तजार कीजिए। कल जो भी रामगोपाल चाचा ने कहा उसे मानिए सही। अखिलेश ने कहा कि अब बड़ी जिम्मेदारी है, अभी सारा ध्यान सरकार बनाने पर है। आज पूरे दिन प्रत्याशियों के चयन पर काम करूंगा।
अखिलेश ने कहा कि मुलायम सिंह यादव मेरे पिता हैं, उनका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ है और रहेगा। पिता से कभी विवाद नही था। उनकी और मेरी सूची के 90 प्रतिशत उम्मीदवार एख ही थे। अखिलेश ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास था कि मुझे ही साईकिल मिलेगी। अब जल्दी ही गठबंधन की सूची जारी करेंगे। इस सूची का ऐलान लखनऊ में किया जाएगा। मैं बहुत जल्द प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करूँगा।
आज उनसे मिलने वालों में मंत्री अरविन्द सिंह गोप, अहमद हसन, शिव प्रताप यादव व राजेंद्र चौधरी के सांसद धर्मेंद्र यादव शामिल थे। गुड्डू पंडित बार बार बुलाते रहे और मुख्यमंत्री आगे बढ़ गए। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचे गुड्डू पंडित को मुख्यमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया।