मायावती के बड़े आरोप पर अखिलेश का पलटवार, बताया टिकट रेट
मायावती के आरोपों पर पलटवार करते हुए अखिलेश दास ने कहा कि 2008 में बसपा की सदस्यता ग्रहण करने से आज तक उन्होंने टिकट के लिए एक रुपया नहीं दिया। उन्होंने यह कहने से गुरेज नहीं किया कि बसपा में वसूली हो रही है।
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती के आरोपों पर पलटवार करते हुए अखिलेश दास ने कहा कि 2008 में बसपा की सदस्यता ग्रहण करने से आज तक उन्होंने टिकट के लिए एक रुपया नहीं दिया। उन्होंने यह कहने से गुरेज नहीं किया कि बसपा में वसूली हो रही है। कैंट क्षेत्र स्थित अपने आवास पर बुधवार शाम पत्रकार वार्ता बुलाकर अखिलेश दास ने कहा कि राज्यसभा सीट के लिए बसपा प्रमुख को सौ करोड़ रुपये की पेशकश की बात पूर्णतया निराधार व मनगढ़ं है।
मैंने पार्टी के पदों से शालीनता के साथ गत तीन नवंबर को त्यागपत्र दिया था, मगर जो आरोप मुझ पर लगे, उससे मेरी मजबूरी थी कि मैं भी खुलासा करूं। अखिलेश ने कहा कि मुझसे लखनऊ संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने को कहा गया ताकि इसका संदेश दूर तक जाए। बसपा में शामिल होने के बदले मुझे राज्यसभा भेजने व पार्टी में भरपूर सम्मान देने का वादा किया गया था। लखनऊ से मेरे चुनाव लड़ने के कारण बसपा को 25 प्रतिशत वोट मिले और सांसदों की संख्या 20 तक पहुंची।
अखिलेश दास ने बनवारी लाल कंछल, नरेश अग्रवाल, सुधीर हलवासिया व नंदगोपाल नंदी के नाम लेकर उनसे र्दुव्यवहार किए जाने की बात कहकर मायावती पर वैश्य समाज को अपमानित करने का आरोप भी लगाया। अखिलेश ने कहा 2017 के चुनाव में सर्वसमाज के साथ ही उनके कैडर के लोग भी बसपा से दूर हो जाएंगे। उनके त्यागपत्र के बाद बसपा में इस्तीफे की झड़ी लगेगी। अखिलेश ने नई पार्टी में शामिल होने की संभावनाओं से इन्कार करते हुए कहा कि अभी कोई जल्दी नहीं है। राजनीति उनका कारोबार नहीं शौक है।
सामान्य सीटों के लिए एक करोड़
अखिलेश ने कहा कि विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा के चुनाव खर्च के नाम पर प्रत्येक प्रमुख नेता से दस लाख रुपये वसूले गए। दस लाख की मांग उनसे भी की गई, परन्तु उन्होंने एक पैसा नहीं दिया। अखिलेश ने विधानसभा चुनाव का टिकट रेट भी बताया। सामान्य क्षेत्र का उम्मीदवार बनने को एक करोड़ व आरक्षित सीट पर 50 लाख रुपये की वसूली होने की जानकारी दी।