जानिए, क्यों AIADMK की नेता शशिकला अब हैं एक साधारण कैदी!
लगभग पिछले 15 दिनों की बात करें तो जेल में शशिकला से मिलने आने वाले लोगों की संख्या में खासी गिरावट हुई है।
बेंगलुरु, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन में बाद वीके शशिकला एआइएडीएमके में सबसे पॉवरफुल नेता नजर आ रही थीं। पार्टी के काफी नेता उनके साथ नजर आ रहे थे। लेकिन शशिकला के जेल जाने के बाद अब स्थिति काफी बदल गई है। ऐसा लग रहा है कि अब पार्टी के नेताओं ने शशिकला से दूरी बनानी शुरू कर दी है। पिछले 15 दिनों में शशिकला से मिलने बेहद कम लोग पहुंचे।
शशिकला इन दिनों परप्पन अगराहारा की केंद्रीय जेल में हैं। शुरुआत में तो उनसे मिलने के लिए काफी लोग पहुंच रहे थे, लेकिन लगभग पिछले 15 दिनों की बात करें तो जेल में उनसे मिलने आने वाले लोगों की संख्या में खासी गिरावट हुई है। उधर शशिकला के भतीजे और एआइएडीएमके के महासचिव टीटीवी दिनाकरन को पिछले दिनों दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चुनाव आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। दिनाकरन के समर्थन में भी पार्टी के नेता नजर नहीं आ रही है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार सूत्रों ने बताया कि 15 अप्रैल से केवल तीन लोग तमिलनाडु से सशिकाला से मिलने के लिए आए हैं। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, मार्च और अप्रैल के महीने में शशिकला से मिलने के लिए उनके वकील के अलावा 19 लोग जेल में पहुंचे। लेकिन पिछले 10 दिनों में सिर्फ 3 लोग उनसे मिलने पहुंचे, जिनमें से एक डॉक्टर थे, जो उनके करीबी रिश्तेदार हैं।
नियमों के अनुसार एक साधारण अपराधी से उसके परिजन 15 दिनों में एक बार मिल सकते हैं। हालांकि जेल सुपरिटेंडेंट के पास ये अधिकार होता है कि वह इस संख्या में बढ़ोत्तरी की अनुमति दे सकता है। लेकिन जेल सुपरिटेंडेंट ने कहा कि शशिकला को जेल में कोई वीआइपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है। उनसे मिलने आने वाले लोगों की संख्या में भी कमी कर दी गई है। एक अन्य सूत्र ने बताया कि शशिकला ज्यादातर समय टीवी से ही चिपकी बैठी रहती हैं। मौजूदा हालात से उन्हें काफी धक्का लगा है, इसलिए ऐसा लग रहा है कि उन्हें अपने कदम पीछे खिसका लिए हैं। हालांकि उन्हें विश्वास है कि जब वह जेल से बाहर आएंगी, तो हालात पहले जैसे हो जाएंगे।
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