नेताजी के सपनों का भारत बनाएं युवा
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि देश के युवाओं को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के एकता, विश्वास और बलिदान के नारे को अपनाकर उनके सपनों के भारत का निर्माण करना चाहिए।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि देश के युवाओं को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के एकता, विश्वास और बलिदान के नारे को अपनाकर उनके सपनों के भारत का निर्माण करना चाहिए।
कोलकाता के नेताजी शोध ब्यूरो के अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस का जीवन और बलिदान भविष्य की पीढि़यों के लिए मार्गदर्शक का काम करता है। उन्होंने लोगों से सशक्त, समृद्ध और तरक्की की राह पर अग्रसर भारत के निर्माण में जुट जाने को कहा। राष्ट्रपति ने युवाओं से फिर नेताजी के 'इत्तेफाक इत्माद कुर्बानी' यानी एकता, विश्वास और बलिदान के नारे को अपनाने की अपील की।
नेताजी की 118वीं जयंती के मौके पर शुक्रवार को अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा,'नेताजी के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि हम उस भारत के निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें जिसके लिए उन्होंने अपने प्राण न्यौछावर किए थे। हम एक ऐसा सशक्त, समृद्ध और तरक्की की राह पर अग्रसर भारत बनाएं जो एक दिन विश्व पटल पर महाशक्ति बनकर उभरे।'
राष्ट्रपति ने कहा, नेताजी को पूर्ण विश्वास था कि आजादी के बाद जिस नए भारत का उदय होगा, वह विश्व में उपनिवेशवाद के दौर के बाद का एक मॉडल राष्ट्र होगा, जिसमें आर्थिक समृद्धि और सामाजिक समरसता बसेगी। उस राष्ट्र में किसी समुदाय के साथ भेदभाव न होगा। सभी मिलकर एक साथ रहेंगे। राष्ट्रपति ने युवाओं से ऐसे ही भारत के निर्माण में जुट जाने की अपील की।