एसएसपी से कहा था, ब्लैंक चेक में मनचाही रकम भर लो
तब उसने एसएसपी को एक ब्लैंक चेक थमाते हुए ऑफर किया था कि इसमें जितनी भी रकम चाहो भर लो और मुझे जाने दो। सुनील कुमार अब राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) के पद पर तैनात हैं।
पटना, राजीव रंजन। डॉ. पंकज गुप्ता और उनकी पत्नी शुभ्रा गुप्ता को फिल्मी अंदाज में उठाने वाला अजय सिंह कोई मामूली बदमाश नहीं है। उसके जिगर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2000 में जब पटना के तत्कालीन एसएसपी सुनील कुमार ने सूरत के एक व्यवसायी के अपहरण मामले में उसे अनिसाबाद से गिरफ्तार किया था तब उसने एसएसपी को एक ब्लैंक चेक थमाते हुए ऑफर किया था कि इसमें जितनी भी रकम चाहो भर लो और मुझे जाने दो। सुनील कुमार अब राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) के पद पर तैनात हैं।
मूल रूप से औरंगाबाद के रफीगंज का रहने वाला शातिर अजय सिंह और उसकी पत्नी दोनों काफी पढ़े-लिखे हैं। अजय ने पटना विश्वविद्यालय से राजनीतिशास्त्र में स्नातकोत्तर किया है जबकि उसकी पत्नी ने भी पटना विश्वविद्यालय से ही पीएचडी किया है।
अजय सिंह अपराध की दुनिया से की गई अपनी काली कमाई के बल पर राजनीति में आना चाहता था। इसके लिए उसने झारखंड के चतरा से विधानसभा का पिछला चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गया। इसके अलावा उसने बिहार में 1999 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था।
उसके आपराधिक वारदातों के इतिहास से न केवल बिहार पुलिस बल्कि देश के करीब डेढ़ दर्जन राज्यों की पुलिस वाकिफ है। उसने न केवल बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में बल्कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और गुजरात में भी अपहरण के दर्जनों कांडों को अंजाम दिया है।
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के एक बाहुबली राजनेता और पूर्व मंत्री के साथ उसके काफी मधुर संबंध हैं। बता दें कि कोलकाता की मशहूर शू कंपनी खादिम के मालिक के अपहरण कांड को उसी ने अंजाम दिया था और रिहाई के बदले करोड़ों रुपये की फिरौती वसूली थी।