आप सांसद मान की मुश्किलें बढ़ीं, 9 सदस्यीय संसदीय समिति करेगी जांच
संसद के वीडियो शूटिंग मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान की मुश्किलें और बढ़ गई है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संसद भवन परिसर का वीडियो बना सोशल मीडिया पर डालकर सुरक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ करने के आरोपी आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने अब इस मामले की जांच के लिए 9 सदस्यीय समिति गठित की है। स्पीकर ने इस समिति को 3 अगस्त तक जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है। वहीं जांच होने तक मान को संसद की कार्यवाही में शामिल न होने की सलाह दी है।
इस बीच मान को 28 जुलाई को अपना पक्ष समिति के समक्ष रखने को कहा गया है।भाजपा नेता किरीट सोमैया की अध्यक्षता वाली इस समिति में छह अन्य पार्टियों के सदस्य भी शामिल हैं। इस समिति में बीजू जनता दल के नेता और वरिष्ठ सांसद बी माहताब, टीमएसी सदस्य रत्ना डे, टीडीपी सदस्य टी नरसिम्हन, कांग्रेस सदस्य के सी वेणुगोपाल और अन्नाद्रमुक सदस्य पी वेणुगोपाल भी शामिल हैं।
साथ ही दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी और मुंबई में पुलिस कमिश्नर रह चुके उत्तर प्रदेश से सांसद सत्यपाल सिंह भी इसके सदस्य हैं। स्पीकर ने यह कदम लोक सभा में सभी राजनीतिक दलों के साथ चर्चा के बाद उठाया है।लोक सभा अध्यक्ष ने सोमवार को लोक सभा की कार्यवाही शुरु होते ही यह समिति बनाने की घोषणा की। शुक्रवार को सत्ताधारी भाजपा तथा विपक्ष के कई सदस्यों की ओर से यह मामला उठाने के बाद सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। स्पीकर ने मान को 26 जुलाई को अपना पक्ष रखने को कहा था लेकिन बाद में मान ने लोक सभा सचिवालय को पत्र लिखकर तीन दिन का समय मांगा जिसे समिति ने स्वीकार कर लिया।
संसद के अंदरूनी हिस्से का वीडियो बनाकर बुरे फंसे 'आप' सांसद भगवंत मान
अब वह 28 जुलाई को समिति के समक्ष पेश होंगे।महाजन ने कहा कि कई सदस्यों ने यह मुद्दा उठाते हुए इस पर चिंता जतायी थी। उन्होंने कहा कि 2001 में हमारे संसद भवन पर हमला हुआ था और कई सुरक्षाकर्मी तथा संसदकर्मियों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। इस हमले के बाद संसद की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त की गयी। स्पीकर ने कहा कि मान के संसद भवन की रिकार्डिग कर सोशल मीडिया पर डालने से संसद की सुरक्षा खतरे में पड़ी है। इसलिए उनके कृत्य के गंभीर प्रभाव और परिणाम को देखते हुए उन्होंने सदन को इस मामले को गंभीरता से देखने का आश्र्वासन दिया था।
सभी दलों के सदस्यों ने इस मामले में कार्रवाई करने को कदम उठाने पर सहमति जतायी थी। इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया है।स्पीकर ने इस समिति को ऐसे उपाय सुझाने को भी कहा है जिससे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। समिति मान के इस कृत्य के चलते संसद भवन की सुरक्षा के प्रभाव के संबंध में सभी पहलुओं की जांच करेगी।
जब स्पीकर ने भगवंत मान की ली क्लास, पूछा- 'ये आपने क्या किया?'