आमिर भी नहीं बचा सके बसंती की जान
गया [जासं]। करीब दो माह पहले गया स्थित गहलौर की चर्चा पूरे देश में थी। पर्वत पुरुष के नाम से मशहूर दशरथ मांझी के भागीरथी प्रयास को पूरी दुनिया ने देखा था। बॉलीवुड स्टार आमिर खान ने दशरथ के हाथों पहाड़ का सीना चीरकर बनाए गए रास्ते को दिखा उनके प्रयासों को श्रद्धांजलि दी थी। तमाम तामझाम देख मांझी के परिवार
गया [जासं]। करीब दो माह पहले गया स्थित गहलौर की चर्चा पूरे देश में थी। पर्वत पुरुष के नाम से मशहूर दशरथ मांझी के भागीरथी प्रयास को पूरी दुनिया ने देखा था। बॉलीवुड स्टार आमिर खान ने दशरथ के हाथों पहाड़ का सीना चीरकर बनाए गए रास्ते को दिखा उनके प्रयासों को श्रद्धांजलि दी थी। तमाम तामझाम देख मांझी के परिवार को भी अपने दिन बहुरने की उम्मीद जगी थी। स्वर्गीय दशरथ की पुत्रवधू दमा की बीमारी से ग्रस्त थी तो परिवार की माली हालत खासी पतली। सिने स्टार आमिर ने इस बदहाल परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया था। लेकिन बीमारी ने शनिवार को उनकी पुत्रवधू बसंती की जान ले ली।
आमिर गहलौर घाटी आए थे तो बसंती उनसे मिली थी। बसंती ने अपने परिवार का दुखड़ा सुनाया और खुद की बीमारी के बारे में भी बताया। इस पर आमिर ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वह बार-बार कहती रही, बाबा ने पत्थर काटकर पहाड़ में रास्ता बना दिया। लेकिन उसके परिवार (पति, पुत्री-दामाद व नाती) की पहाड़ सी जिंदगी से छुटकारा दिलाने वाला कोई नहीं। बसंती अपना इलाज बिहारशरीफ में एक निजी चिकित्सक से करा रही थी। शुक्रवार की रात अचानक तबीयत बिगड़ी और शनिवार सुबह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतरी में चिकित्सकों ने उसे मृत करार दे दिया। सूचना पर नीमचक बथानी अनुमंडल पदाधिकारी संजय शर्मा ने तत्काल पारिवारिक लाभ योजना मद से 20 हजार नकद व कबीर अंत्येष्टी योजना के तहत 15 सौ रुपये बसंती के परिवार को दिए।