नगरोटा मामले में कांग्रेस का निशाना, उड़ी हमले से केंद्र ने नहीं लिया सबक
नगरोटा आतंकी हमले के बाद सुरक्षा की समीक्षा करने के लिए अार्मी चीफ दलबीर सिंह सुहाग नगरोटा जाएंगे।
नई दिल्ली (एएनआई)। नगरोटा में सेना कैंंप पर आतंकी हमले पर सियासत शुरू हो गई है। पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि घुसपैठ और आतंकी वारदातों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र को पुख्ता कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पठानकोट और उड़ी हमले के बाद भी सरकार ने सबक नहीं ली। सर्जिकल स्ट्राइक पर केंद्र सरकार शेखी बघारती रहती है।लेकिन भारत की सीमा पहले से ज्यादा असुरक्षित हुई है।
नगरोटा हमले पर भाजपा सांसद आर के सिंह ने कहा कि ये जिहादी हमला नहीं है। इस हमले के पीछे पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ का हाथ है। इन्हें सबक सिखाने के लिए एक बार फिर कार्रवाई करने की जरूरत है।
आर्मी चीफ दलबीर सिंह सुहाग बुधवार को नगरोटा जाएंगे। वहां वे सुरक्षा की समीक्षा करेंगे। इस दौरान आर्मी चीफ वहां तैनात अफसरों व जवानों से मुलाकात करेंगे। नगरोटा मामले में रक्षा मंत्रालय ने सेना से रिपोर्ट मांगी है। फिलहाल आतंकियों की धरपकड़ के लिए 20 किमी के घेरे में कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
सांबा हमले पर बीएसएफ डीजी का बयान
बीएसएफ के डीजी के के शर्मा ने बताया कि आतंकी सुरंग के रास्ते भारतीय सीमा में घुसने में कामयाब हुए। उन्होंने बताया कि अभी ऐसी कोई तकनीक उपलब्ध नहीं है जिसकी मदद से सुरंगों की छानबीन की जा सके। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बीएसएफ ने 15 पाक रेंजर्स और 10 आतंकियों को मार गिराया है। इसके अलावा पाकिस्तान के कई आउटपोस्ट को भी बर्बाद किया गया है।
In ensuing ceasefire violations after surgical strikes, over 15 Pak rangers killed, over 10 terrorists neutralised: KK Sharma, BSF DG pic.twitter.com/UGCslaWRdT
— ANI (@ANI_news) November 30, 2016
बीएसएफ के डीजी ने बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद ऑपरेशन रुस्तम शुरु किया गया है। इस अभियान का मकसद नियंत्रण रेखा के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी बढ़ायी गई है। सांबा घुसपैठ और सुरंग के मुद्दे को वो अपने पाकिस्तानी समकक्षों के साथ उठाएंगे। इसके अलावा जवानों को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए योगगुरु बाबा रामदेव ने 45 मिनट का योग सेशन कराया था। उस योग सेशन के बाद जवानों के औसत वजन में कमी आयी है।
बताया जा रहा है कि 24 नवंबर को ही आतंकी हमले की खुफिया सूचना थी। इसके अलावा 29-30 नवंबर को बड़े हमले का अलर्ट भी जारी हुआ था। अब सुरक्षा में हुई चूक की जांच होगी। दूसरी ओर संसद के दोनों सदनों में विपक्षियों द्वारा नगरोटा हमला मामला उठाया जाएगा। आतंकी हमले का पता लगते ही क्वार्टर्स में रह रहीं अफसरों की पत्नियों ने घरों के दरवाजों को भारी साामान से बंद कर दिया। इसलिए आतंकवादी वहां नहीं घुस पाए और बड़ा हादसा टल गया। दलबीर सिंह ने रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री को इस बारे में जानकारी दी है।
नगरोटा आतंकी हमला: मेजर कुणाल के पिता को बेटे की शहादत पर गर्व
नगरोटा, सांबा में हुआ था आतंकी हमला
मंगलवार को सेना के कैंप और सांबा के रामगढ़ स्थित छन्नी फतवाल पोस्ट पर मंगलवार को आतंकी हमला हुआ। इन दो आतंकवादी हमलों में अब तक 5 आतंकवादी मारे गए हैं जबकि सेना के 7 जवान शहीद हो गए।
सेना के प्रवक्ता मनीष मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि इनमें सेना के दो अधिकारी और पांच जवान शामिल हैं। दो आतंकवादी नगरोटा में व तीन सांबा के रामगढ़ में मारे गए हैं। सूत्रों के अनुसार नगरोटा में आतंकवादियों ने एक महिला को बंधक बनाया था । वही रामगढ़ में घुसपैठ करने वाले तीन आतंकी मारे गए, लेकिन उन द्वारा लगाइ गई आइडी फटने से बीएसएफ के डीआइजी बीएस कसाना समेत 5 कर्मी घायल हो गए थे।
नगरोटा में सेना के 16वीं पलटन का मुख्यालय है। हमले को देखते हुए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया। एहतियाती तौर पर जिला प्रशासन ने नगरोटा तहसील के सभी स्कूलों को बंद कर दिया। जम्मू के नगरोटा में मंगलवार को सेना पर आतंकी हमला हुआ जिसमें सात सैनिक शहीद हो गए। इसमें महाराष्ट्र के पंढरपुर निवासी मेजर कुणाल गोसावी भी थे। मेजर के पिता को बेटे की शहादत का गर्व है।
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