हेडली व सईद को भारत लाना चुनौती
राष्ट्रीय जांच एजेंसी [एनआईए] के आरोपपत्र पर संज्ञान लेने के साथ डेविड कोलमैन हेडली और हाफिज सईद समेत नौ आतंकियों के खिलाफ अदालती कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी [एनआईए] के आरोपपत्र पर संज्ञान लेने के साथ डेविड कोलमैन हेडली और हाफिज सईद समेत नौ आतंकियों के खिलाफ अदालती कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जांच एजेंसी के लिए अब असली चुनौती इन आरोपियों को भारत लाकर अदालत के सामने पेश करने की होगी। ध्यान देने की बात है कि जहां हेडली और तहव्वुर हुसैन राणा अमेरिकी जेल में बंद है, वहीं सईद एवं अन्य आरोपी पाकिस्तान में है।
गृहमंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोप पत्र पर संज्ञान लेने के बाद आरोपियों को सौंपने के लिए अमेरिका और पाकिस्तान से जल्द ही प्रत्यर्पण का अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक बार प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक रूप से अनुरोध करने के बाद उन पर आरोपियों को सौंपने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की जाएगी।
वैसे गृह मंत्रालय और एनआईए अधिकारियों की माने तो आरोपियों के भारत लाए जाने की उम्मीद काफी कम है। अमेरिकी जेल में बंद हेडली ने कम सजा की शर्त के साथ अपना अपराध कबूल लिया है और राणा के खिलाफ वहां अदालती कार्रवाई जारी है। एनआईए अधिकारियों को हेडली और राणा से सीधी पूछताछ की इजाजत नहीं देने वाले अमेरिका से उनके प्रत्यर्पण की उम्मीद करना बेमानी है। वहीं पाकिस्तान खुद भी 26/11 के आतंकी हमले की जांच कर रहा है और जल्द न्यायिक आयोग भारत भेजने वाला है। पाकिस्तान लगातार कहता रहा है कि जांच पूरी कर वह खुद ही दोषियों को सजा देगा। यही नहीं, पाकिस्तान इस हमले में हाफिज सईद समेत आइएसआइ के अधिकारियों को क्लीन चिट दे चुका है। ऐसे में पाकिस्तान से इनके प्रत्यर्पण की उम्मीद करना बेमानी है।
एनआईए के आरोपपत्र को संज्ञान में लेते हुए दिल्ली की एक अदालत ने हेडली, राणा, सईद और लखवी को 13 मार्च को अदालत में पेश करने को कहा है। आरोपपत्र पर सुनवाई के दौरान अदालत ने आईएसआई के अधिकारी मेजर इकबाल और मेजर समीर अली, अलकायदा से जुड़े आतंकी इलियास कश्मीरी, हेडली की मदद करने वाले साजिद मलिक और पाकिस्तानी सेना के पूर्व अधिकारी अब्दुल रहमान हाशमी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। इसके साथ ही अदालत ने हेडली की पत्नी से पूछताछ कर जांच में मदद के लिए मोरक्को को अनुरोध पत्र [लेटर रेगोटरी-एलआर] भेजने को कहा है।
गौरतलब है कि हेडली की पत्नी फैजा आउतल्हा 2008 के मुंबई हमले के पहले रेकी के दौरान कई बार उसके साथ भारत आ चुकी थी। बाद में उसने अमेरिकी अधिकारियों को हेडली के आतंकी मंसूबों के बारे में भी बताया था। एनआइए फैजा को हेडली के खिलाफ गवाह बनाना चाहती है।
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