केंद्र में 35 अफसर बनाए गए सचिव और अतिरिक्त सचिव
1985 बैच की राजस्थान कैडर की आइएएस अधिकारी उषा शर्मा को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का महानिदेशक बनाया गया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्र सरकार में व्यापक प्रशासनिक फेरबदल के तहत 35 वरिष्ठ अधिकारियों को विभिन्न विभागों में सचिव और अतिरिक्त सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है। ये सभी अधिकारी पहले संयुक्त सचिव या अतिरिक्त सचिव के पद पर काम कर रहे थे। उनको या तो अपने ही विभाग में प्रोन्नति दे दी गई या किसी नए मंत्रालय में भेज दिया गया है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने शनिवार को इस सिलसिले में आदेश जारी कर दिया।
1985 बैच की राजस्थान कैडर की आइएएस अधिकारी उषा शर्मा को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का महानिदेशक बनाया गया है। वे इससे पहले प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग में अतिरिक्त सचिव थीं। उनके स्थान पर तेलंगाना कैडर की आइएएस अधिकारी वसुधा मिश्रा को प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग में नया अतिरिक्त सचिव बनाया गया है। औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग की संयुक्त सचिव रवनीत कौर को भारतीय पर्यटन विकास निगम का मुख्य प्रबंध निदेशक बनाया जा रहा है।
वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त सचिव आलोक वर्द्धन चतुर्वेदी को विदेशी व्यापार का महानिदेशक बनाया गया है। चतुर्वेदी की जगह सुनील कुमार को वाणिज्य विभाग का अतिरिक्त सचिव बनाया गया है। इससे पहले वे उसी विभाग में संयुक्त सचिव थे।
अली रजा रिजवी को राष्ट्रीय खनिज विकास निगम का मुख्य प्रबंध निदेशक बनाया गया है। इससे पहले वे वाणिज्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव थे। झारखंड कैडर के अधिकारी नरेंद्रनाथ सिन्हा को राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड का प्रबंध निदेशक बनाया गया है। गुजरात कैडर के आइएएस अधिकारी राज कुमार को कर्मचारी राज्य बीमा निगम का महानिदेशक बनाया गया है। गुजरात कैडर के ही अधिकारी रामेश्वर प्रसाद गुप्ता को राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम लिमिटेड का प्रबंध निदेशक बनाया गया है।
उप चुनाव आयुक्त विजय कुमार देव को राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान का महानिदेशक बनाया गया है। अनूप वधावन वाणिज्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव होंगे। जे रामकृष्ण राव को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का सचिव बनाकर भेजा गया है। जहाजरानी मंत्रालय में संयुक्त सचिव वरुण मित्रा रक्षा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव होंगे।
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