देश में 12 फीसद कम हुई बारिश : स्काईमेट
पिछले 20 सालों से देश में सामान्य से अधिक बारिश नहीं हुई है। इस साल भी 12 फीसद कम बारिश हुई है।
नई दिल्ली, ब्यूरो। पिछले 20 सालों से देश में सामान्य से अधिक बारिश नहीं हुई है। इस साल भी 12 फीसद कम बारिश हुई है। जबकि देश का तीस फीसद इलाका सूखे की चपेट में है। इससे खासकर फसलों पर विशेष प्रभाव पड़ा है। बुधवार को ये बातें मौसम की जानकारी देने वाली वेबसाइट स्काईमेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जतिन सिंह ने पूरे साल के मौसम का लेखा-जोखा प्रस्तुत करने दौरान कहीं।
जतिन सिंह ने बताया कि इस बार मात्र 88 फीसद ही बारिश हुई है। लगभग 150 जिले ऐसे हैं जहां पर बारिश सामान्य से कम हुई है। उन्होने यह भी आशंका जताई कि पारस्थितिकी बदलाव के कारण उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्टी क्षेत्रों में 17-20 अक्टूबर के बीच चक्रवात आ सकता है।
वहीं, पुणे मौसम विभाग के पूर्व महानिदेशक डीआर सिक्का ने बताया कि इस वर्ष सक्रिय मानसून न होने के कारण देश के कई इलाकों में सूखा की स्थिति बनी, लेकिन ऐसी संभावना है कि अगले वर्ष मानसून की स्थिति बेहतर होगी। 1994-2014 के बीच अपेक्षित बारिश नहीं हुई है। इसके चलते देश में खरीफ की फसल के उत्पादन में विगत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 2.4 फीसद की कमी दर्ज की गई है।
सबसे अधिक कमी तिलहन की फसलों में दर्ज की गई। जतिन सिंह के अनुसार, पूर्व और पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना, रायलसीमा, मराठवाड़ा, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई। हालांकि ओडिशा, दक्षिण कर्नाटक और जम्मू एवं कश्मीर में बारिश सकारात्मक दर्ज की गई।