सोनिया बीमार, रद किया महाराष्ट्र दौरा
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबियत रविवार को अचानक खराब हो गई। इस वजह से उन्होंने महाराष्ट्र का एक दिवसीय दौरा रद कर दिया। सोनिया को चुनावी अभियान के तहत उत्तरी महाराष्ट्र के नंदुरबार और धुले के अलावा मुंबई की एक रैली को संबोधित करना था। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी अस्वस्थ हैं लेकिन उनकी बीमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इससे पहले वर्ष 2011 में भी सोनिया गांधी अचानक एक अज्ञात बीमारी का ऑपरेशन कराने के लिए अमेरिका चली गई थीं।
मुंबई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबियत रविवार को अचानक खराब हो गई। इस वजह से उन्होंने महाराष्ट्र का एक दिवसीय दौरा रद कर दिया।
सोनिया को चुनावी अभियान के तहत उत्तरी महाराष्ट्र के नंदुरबार और धुले के अलावा मुंबई की एक रैली को संबोधित करना था। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी अस्वस्थ हैं लेकिन उनकी बीमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इससे पहले वर्ष 2011 में भी सोनिया गांधी अचानक एक अज्ञात बीमारी का ऑपरेशन कराने के लिए अमेरिका चली गई थीं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि नंदुरबार और धुले की रैलियों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने गुलाम नबी आजाद और राजबब्बर को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। महाराष्ट्र में 24 अप्रैल को 19 संसदीय क्षेत्रों में मतदान होना है। मतदान से चार दिन पहले कांग्रेस ने बांद्रा कुर्लाकॉमप्लेक्स के उसी मैदान में सोनिया गांधी की रैली आयोजित की थी, जहां करीब तीन माह पहले नरेंद्र मोदी की महागर्जना रैली हुई थी। मोदी की देश भर में हुई विशाल रैलियों में से एक उस रैली के लिए जहां भाजपा ने मैदान के छह खंड बुक किए थे, कांग्रेस ने रविवार की रैली के लिए उसी मैदान के 12 खंड बुक कर प्रचारित किया था कि उसकी रैली मोदी से बड़ी होगी। पार्टी संगठन की ओर से तैयारियां भी ठीकठाक की गई थीं।
राहुल ने अकेले संभाला मुंबई का मोर्चा
मुंबई [ओमप्रकाश तिवारी]। मुंबई में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की चुनावी सभा होनी थी, लेकिन इन दोनों के न पहुंचने पर मोर्चा अकेले राहुल को संभालना पड़ा। वह भी निर्धारित समय से करीब दो घंटे देर से पहुंच सके।
रविवार को स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण जहां सोनिया रैली में नहीं पहुंच सकीं, वहीं उनके साथ सभा को संबोधित करनेवाले महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार भी रैली में नहीं आए। बताया गया कि हेलीकॉप्टर खराब होने के कारण वह रैली में नहीं पहुंचे लेकिन राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि वह राहुल गांधी के साथ मंच पर रहना ही नहीं चाहते थे, इसलिए नहीं पहुंचे। इसलिए इस संयुक्त रैली का मोर्चा अकेले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को संभालना पड़ा। गौरतलब है कि सोमवार को इसी मैदान में, इसी मंच से राजग की रैली को नरेंद्र मोदी संबोधित करनेवाले हैं।
सोनिया और पवार की अनुपस्थिति से हताश कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने संप्रग सरकार के दस वर्ष के शासनकाल की उपलब्धियां गिनाकर उनका उत्साह बढ़ाने की कोशिश की। राहुल ने 15 करोड़ लोगों को गरीबी की रेखा से ऊपर ले जाने, मनरेगा के जरिये रोजगार उपलब्ध कराने एवं खाद्य सुरक्षा गारंटी जैसी उपलब्धियां गिनाईं और वायदा किया कि इस बार सरकार बनने पर उनकी सरकार मुफ्त चिकित्सा और आवास जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगी।