Move to Jagran APP

आखिर साबित हुआ, सचिन ब्रैडमैन से हैं महान

नई दिल्ली। क्रिकेट जगत में यह बहस आज भी चल ही रही है कि सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन में से महानतम बल्लेबाज कौन है लेकिन चेन्नई में बसे एक लेखक ने फॉरेंसिक साक्ष्य खोज निकालने का दावा किया है जो साबित करते हैं कि इन दोनों में सचिन बेहतर हैं।

By Edited By: Published: Wed, 23 Apr 2014 05:10 PM (IST)Updated: Wed, 23 Apr 2014 06:18 PM (IST)

नई दिल्ली। क्रिकेट जगत में यह बहस आज भी चल ही रही है कि सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन में से महानतम बल्लेबाज कौन है लेकिन चेन्नई में बसे एक लेखक ने फॉरेंसिक साक्ष्य खोज निकालने का दावा किया है जो साबित करते हैं कि इन दोनों में सचिन बेहतर हैं।

loksabha election banner

तेंदुलकर के 41वें जन्मदिन से पूर्व रुडोल्फ लैंबर्ट फर्नाडिज ने उन्हें अब तक का महानतम बल्लेबाज साबित करने के लिए अपनी किताब 'ग्रेटर दैन ब्रैडमैन' लांच की है। उन्होंने कहा कि यह सचिन या ब्रैडमैन की आत्मकथा नहीं है। यह उनके इंटरव्यू का संकलन, मैचों के आंकड़े या विशेषज्ञों के लेख नहीं है। यह विश्लेषण है। यह फॉरेंसिक अध्ययन है। उन्होंने कहा कि यह एकमात्र किताब है जो बतौर बल्लेबाज ब्रैडमैन के दर्जे को चुनौती देती है।

फर्नाडिज इस किताब की प्रति तेंदुलकर के भाई अजीत, पत्नी अंजलि और कोच रमाकांत आचरेकर को देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं यह किताब इन तीनों को देना चाहता हूं क्योंकि सचिन को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में इनका अहम योगदान रहा है। यह किताब सचिन की महानता का जश्न है। उन्होंने कहा कि तेंदुलकर की महानता को साबित करने के लिए उन्होंने विज्ञान और मार्शल आर्ट के उदाहरण लिए हैं।

उन्होंने कहा कि यह महानता का मानदंड माने जाने वाले पारंपरिक तरीके को चुनौती देती है जो आंकड़ों के इर्द गिर्द घूमती है। यह आंकड़ों के साथ उसके खेलने के माहौल की पृष्ठभूमि पर भी जोर देती है। फर्नाडिज ने कहा कि 21वीं सदी के क्रिकेट पाठकों को ब्रैडमैन को करीब से देखना होगा। उन्होंने सचिन को इतना देखा है कि उनके हर शॉट आंख के सामने से 100 गुजरे होंगे। उनका जीरो पर आउट होना, रन आउट और नाकामियां देखी हैं। उन्होंने कहा कि उनकी किताब तेंदुलकर के क्रिकेट करियर को नए नजरिये से पेश करती है।

उन्होंने कहा कि यह किताब यह नहीं कहती कि तेंदुलकर 1998 या 2010 में महानतम बल्लेबाज थे बल्कि यह उन्हें क्रिकेट इतिहास का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज साबित करती है।

तेंदुलकर ने 198 टेस्ट में 53.86 की औसत से 15837 रन बनाए हैं। वनडे क्रिकेट में वह 463 मैचों में 44.63 की औसत से 18426 रन बना चुके हैं। वह अंतरराष्ट्रीय शतकों का शतक जमाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.