ब्रेक्जिट पर लगी मुहर, जानिए- पांच क्षेत्र जिन पर पड़ेगा इसका सीधा असर
ब्रेक्सिट की खबर से भारत समेत दुनियाभर के बाजार में कोहराम मचा हुआ है। आईए आपको वो पांच ऐसे सैक्टरों के बारे में बताते हैं जिनपर ब्रेक्सिट का सीधा प्रभाव पड़ेगा।
नई दिल्ली। ब्रिटेन ने यूरोपीय यूनियन को छोडने का फैसला कर लिया है। गुरूवार को ब्रेक्सिट के लिए किए गए जनमत संग्रह के नतीजे सामने आने के बाद भारत समेत दुनियाभर के बाजारों में कोहराम मचा दिया है। भारतीय शेयर बाजार में 1000 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है वहीं रूपया 89 पैसे तक टूट गया है। ब्रेक्सिट होने की खबर के बाद भारत में इन पांच क्षेत्रों पर इसका साफ तौर पर असर दिखाई दिया।
शेयर बाजार
ब्रेक्सिट की खबर सामने आने के बाद शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स करीब
1000 अंकों तक टूट गया वहीं निफ्टी में भी 300 अंकों से ज्यादा गिरावट देखने को मिली।
ब्रेक्सिट की आशंका से एशियाई बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में भी रिकार्ड 6 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिली। हालांकि जानकारों का मानना है कि ब्रेक्टिस का भारतीय बाजार पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि असल में ब्रक्जिट जनवरी 2018 से प्रभावी होगी।
भारतीय करेंसी
ब्रेक्सिट की खबर से 31 साल में पहली बार ब्रिटिश पौंड की कीमत सबसे कम हुई जिसका असर भारतीय रूपये पर भी पड़ा और उसमें 89 पैसों की गिरावट देखने को मिली। ज्यादा गिरावट की आशंका के मद्देनजर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लिक्विडिटी सपोर्ट के जरिए फॉरोक्स मार्केट को सहारा दिया।
भारतीय व्यापाऱ
भारत का ब्रिटेन के साथ साल 2015-16 के दौरान द्विपक्षीय व्यापार 14.02 बिलियन डॉलर का रहा है। जिसमें से 8.83 बिलियन का एक्सपोर्ट और 5.19 बिलियन का इंपोर्ट शामिल है। यानी के ब्रिटेन के साथ भारत के व्यापार में 3.64 बिलियन का फायदा है लेकिन ब्रेक्सिट के बाद अगर ब्रिटिश अर्थव्यवस्था चरमरती है तो इसका असर भारतीय व्यापार पर भी साफ देखने को मिलेगा।
4. निवेश
जोखिम को देखते हुए निवेशक पलायन कर सकते हैं जिनमें से भारतीय बाजार भी एक है। आर्थिक अनियमितताओं की आशंका को देखते हुए जैसा उम्मीद थी ठीक उसी के अनुरूप निवेशकों ने बाजार से पैसा निकालकर ज्यादा सुरक्षित समझे जाने वाले सोने में पैसा लगाया जिससे सोने की कीमत 31 हजार तक पहुंच गई।
5. भारतीय कंपनियां
भारत की ब्रिटेन में मौजूद शीर्ष भारतीय कंपनियों जैसे की भारतीय एयरटेल, टाटा मोटर्स, मदरसन सूमी, एचसीएल टेक्नॉलाजी, एमक्यूरे फार्मा और अपोलो टायर्स पर ब्रेक्सिट का सीधे तौर पर असर पड़ा है।
ब्रेक्सिट का भारतीय आईटी सैक्टर पर लंबे समय तक सीधा असर देखने को मिल सकता है। कई भारतीय कंपनियां लंदन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिड है और ब्रक्सिट से इन कंपनियों के शेयर गिरने की आशंका है।
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