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क्रूड ऑयल भंडार तैयार करने में भारत की मदद करेगा अमेरिका

क्रूड ऑयल भंडार के क्षेत्र में भारत अब अमेरिका का सबसे करीबी ऊर्जा साझेदार देश बनेगा।

By Lalit RaiEdited By: Published: Wed, 20 Jul 2016 12:38 AM (IST)Updated: Wed, 20 Jul 2016 01:15 AM (IST)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पीएम मोदी की पिछले महीने की अमेरिका यात्रा में ही यह सहमति बन गई थी कि भारत अमेरिका का सबसे करीबी ऊर्जा साझेदार देश बनेगा। अब इसे सहमति को आगे बढ़ाने का काम भी शुरु हो गया है। इस क्रम में पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने अमेरिका के एनर्जी मंत्री अर्नेस्ट मोनीज के साथ तेल व गैस क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने को लेकर सहमति बनी। इस बैठक में अमेरिका ने भारत में बनाये जाने वाले कच्चे तेल के भंडार में सहयोग देने की भी इच्छा जताई।

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हाल के दिनों में सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, जापान, आस्ट्रेलिया ने भी भारत में बनाये जाने वाले कच्चे तेल के भंडार में निवेश करने या अन्य तरीके से मदद करने की इच्छा जताई है।पेट्रोलियम मंत्रालय की तरफ से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि प्रधान और मोनीज के बीच बैठक में भारत में कच्चे तेल की खोज करने में मदद देने पर भी चर्चा हुई है।

भारत ने अमेरिका से ऑन शोर और ऑफ शोर क्षेत्र में कच्चे तेल की खोज करने में मदद मांगी है। साथ ही दोनों देश बायो फ्यूल (इथनाल व बायो डीजल) बनाने में भी सहयोग करेंगे। इसके साथ ही अगले वर्ष से अमेरिका से आयात होने वाली एलएनजी के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। भारत की सरकारी कंपनी गेल अगले वर्ष से अमेरिका से 58 लाख टन एलएनजी प्रति वर्ष आयात करेगी। प्रधान फिलहाल पेट्रोलियम मंत्रालय के आला अधिकारियों और सरकारी तेल कंपनियों के प्रमुखों के साथ अमेरिका की यात्रा पर हैं।


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