भारतीय कंपनियों के विदेशी निवेश में गिरावट
भारतीय कंपनियों के विदेशी निवेश में भारी कमी आई है। अगस्त में यह 84 फीसद घटकर 39.90 करोड़ डॉलर (लगभग 2673.30 करोड़ रुपये) रह गया। बीते साल की इसी अवधि में देश की कंपनियों ने विदेश में 2.47 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष निवेश किया था। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में यह बात कही गई है।
मुंबई, पीटीआई : भारतीय कंपनियों के विदेशी निवेश में भारी कमी आई है। अगस्त में यह 84 फीसद घटकर 39.90 करोड़ डॉलर (लगभग 2673.30 करोड़ रुपये) रह गया। बीते साल की इसी अवधि में देश की कंपनियों ने विदेश में 2.47 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष निवेश किया था। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में यह बात कही गई है।
इस साल जुलाई से तुलना करें तो भारतीय कंपनियों के विदेशी निवेश में 82.6 फीसद की गिरावट आई है। यह निवेश कई तरह से होता है। इनमें गारंटी जारी करना, लोन और इक्विटी शामिल हैं।
सबसे बड़े निवेशकों में पलावा ड्वेलर्स रही। इसने जर्सी, मॉरीशस और नीदरलैंड में पूर्ण स्वामित्व वाली सहयोगी कंपनियों में 2.17 करोड़ डॉलर का निवेश किया। डब्ल्यूएनएस ग्लोबल सर्विसेज ने ब्रिटेन में संयुक्त वेंचर में 1.53 करोड़ डॉलर निवेश किए।
जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ने दक्षिण अफ्रीका में अपने पूर्ण स्वामित्व वाले बिजनेस में 1.19 करोड़ डॉलर लगाए। भारत पेट्रोरिसोर्सेज ने नीदरलैंड में अपनी इकाई में 1.51 करोड़ डॉलर खर्च किए। क्रांपटन ग्रीव्स ने नीदरलैंड में ही ज्वाइंट वेंचर में 1.93 करोड़ डॉलर का निवेश किया।
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