इंफोसिस में शिबूलाल के वारिस की तलाश
बेंगलूर। देश की दूसरी सबसे बड़ी आइटी कंपनी इंफोसिस के निदेशक मंडल ने मौजूदा सीईओ और एमडी एसडी शिबूलाल के उत्तराधिकारी की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने समय से पहले सेवानिवृत्त होने की इच्छा जताई है। कंपनी में एनआर नारायणमूर्ति की चेयरमैन पद पर वापसी के बाद से 20 फीसद कर्मचारी अलविदा कह चुके हैं। इंफोसिस ने एक बयान में
बेंगलूर। देश की दूसरी सबसे बड़ी आइटी कंपनी इंफोसिस के निदेशक मंडल ने मौजूदा सीईओ और एमडी एसडी शिबूलाल के उत्तराधिकारी की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने समय से पहले सेवानिवृत्त होने की इच्छा जताई है। कंपनी में एनआर नारायणमूर्ति की चेयरमैन पद पर वापसी के बाद से 20 फीसद कर्मचारी अलविदा कह चुके हैं।
इंफोसिस ने एक बयान में कहा कि शिबूलाल ने निदेशक मंडल में अपने उत्तराधिकारी की तलाश पूरी होने या सेवानिवृत्ति के निर्धारित समय नौ जनवरी 2015 से पहले होने वाली अंतिम बोर्ड बैठक तक रिटायर होने की इच्छा जताई है। कंपनी ने कहा कि चयन समिति इस पद के लिए उम्मीदवारों का चयन करेगी। कॉरपोरेट एक्जिक्यूटिव्स के मूल्यांकन में विशेषज्ञता प्राप्त कंपनी डेवलपमेंट डायमेंशंस इंटरनेशनल की मदद से उम्मीदवारों का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके अलावा निदेशक मंडल ने उम्मीदवारों के चयन में मदद के लिए एक्जिक्यूटिव सर्च फर्म एगोन जेहेंडर की भी नियुक्ति की है।
दोनों कंपनियां इंफोसिस की मौजूदा समस्याएं दूर करने का काम भी करेंगी। पिछले कुछ समय से शीर्ष अधिकारियों में कंपनी छोड़ने की होड़ मची है। अब तक प्रबंधन के नौ वरिष्ठ अधिकारी कंपनी से इस्तीफा दे चुके हैं। कर्मचारियों द्वारा इस रफ्तार से कंपनी छोड़े जाने को लेकर जानकार चिंता जता चुके हैं। कर्मचारियों के कंपनी छोड़ने की सबसे ज्यादा दर के मामले में इंफोसिस देश की तीन शीर्ष आइटी कंपनियों में शुमार है।
जानकारों का कहना है कि शीर्ष स्तर के अधिकारियों के तेजी से कंपनी छोड़ने का असर कंपनी की विकास संभावनाओं पर पड़ सकता है। इससे अमेरिकी और यूरोपीय बाजार में बड़ी परियोजनाएं हासिल करने के कंपनी के प्रयासों को झटका लग सकता है और मुनाफा कमाने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
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