सेंसेक्स, निफ्टी में 20 दिन की सबसे बड़ी गिरावट
मुंबई। सेंसेक्स और निफ्टी में गुरवार को 20 दिन की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 26,000 के स्तर से नीचे बंद हुआ, हालांकि निफ्टी 7,700 से ऊपर बने रहने में कामयाब रहा।
मुंबई। सेंसेक्स और निफ्टी में गुरवार को 20 दिन की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 26,000 के स्तर से नीचे बंद हुआ, हालांकि निफ्टी 7,700 से ऊपर बने रहने में कामयाब रहा।
शुरुआती ट्रेडिंग में मामूली गिरावट थी, लेकिन जैसे-जैसे कंपनियों के कमजोर नतीजे जारी होते गए, गिरावट बढ़ती चली गई। सेंसेक्स 192.45 अंक यानी 0.74 फीसद गिरकर 25,894.97 के स्तर पर बंद हुआ। यह 11 जुलाई के बाद की सबसे ब़़डी गिरावट है, उस दिन इसमें 348.40 अंकों की गिरावट आई थी।
निफ्टी 70.10 अंक या 0.90 फीसद गिरावट के साथ 7,721.30 पर रहा। इससे पहले 11 जुलाई को यह 108.15 अंक गिरा था। हालांकि एक समय इन सूचकांकों में ज्यादा गिरावट दर्ज की जा रही थी, लेकिन ट्रेडिंग की आखिरी घड़ी में थोड़ी रिकवरी हुई।
पावर, बैंक, कंज्यूमर ड्युरेबल्स, कैपिटल गुड्स, ऑटो, आईटी और टेक्नोलॉजी शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा। हालांकि रियल्टी और फार्मा शेयरों में थोड़ी-बहुत लिवाली हुई। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में मामूली तेजी का रझान रहा।
एनटीपीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, आईडीएफसी और ऐक्सिस बैंक में 3 फीसद तक गिरावट आई। एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा पावर और एचडीएफसी 2.5 फीसद तक गिरे। दूसरी तरफ सिप्ला, टाटा स्टील, बीपीसीएल, ल्युपिन, गेल और कोल इंडिया जैसे शेयरों की ट्रेडिंग करीब 2 फीसद तक तेजी पर बंद हुई।
गिरावट की वजह
- अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज में 10 अरब डॉलर प्रति माह कटौती की। इस वजह से विकासशील देशों में विदेशी निवेश कम होने की आशंका ब़़ढ गई।
- अर्जेटीना से 12 से अधिक वषर्षो में दूसरी बार डिफॉल्ट से बचने के लिए सौदा करने में नाकाम रहा, लिहाजा वहां वित्तीय संकट गहराता गया है। इसका असर दुनियाभर के बाजारों पर हुआ।
- ज्यादातर घरेलू कंपनियों के तिमाही नतीजे बाजार की उम्मीदों के अनुकूल नहीं रहे। इस वजह से एनटीपीसी, ऐक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा पावर और एसबीआई जैसे शेयरों की बिकवाली ब़़ढ गई।