सेंसेक्स 324 अंक नीचे,निफ्टी 109 अंक लुढ़का
दलाल स्ट्रीट में मंगलवार को लगातार दूसरे सत्र में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों को बढ़ाए जाने की आशंका ने निवेशकों को खौफ में रखा। उन्होंने शेयरों में चौतरफा बिकवाली की।
मुंबई। दलाल स्ट्रीट में मंगलवार को लगातार दूसरे सत्र में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों को बढ़ाए जाने की आशंका ने निवेशकों को खौफ में रखा। उन्होंने शेयरों में चौतरफा बिकवाली की। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 324.05 अंक यानी 1.21 फीसद टूटकर 26492.51 अंक पर बंद हुआ। यह सात हफ्तों में किसी एक दिन में इस संवेदी सूचकांक की सबसे बड़ी गिरावट है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 109.10 अंक यानी 1.36 फीसद लुढ़ककर 7932.90 अंक पर पहुंच गया।
निवेशकों को डर है कि फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद वहां से पूंजी प्रवाह प्रभावित होगा। उपचुनावों में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन ने भी कारोबारी धारणा को प्रभावित किया। बीते सत्र में गिरावट को धता बताने वाली छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों में भी तोबड़तोड़ बिकवाली हुई।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 26854.90 अंक पर मजबूत खुला। ऊंचे में यह 26861.29 अंक तक गया। शुरू से ही बाजार को मंदड़ियों ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। इनकी बिकवाली के झोंके में एक समय सेंसेक्स 26464.03 अंक तक पहुंच गया था।
बीएसई के सूचकांकों में रीयल एस्टेट, पावर, कैपिटल गुड्स और तेल एवं गैस खंड की कंपनियों के शेयरों को बिकवाली की सबसे ज्यादा मार पड़ी। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 23 के शेयर फिसले, जबकि सात में बढ़त दर्ज की गई।