अप्रैल में रिजर्व बैंक घटा सकता है ब्याज दरः अरुंधति भट्टाचार्य
आपके लिए अच्छी खबर है। 5 अप्रैल की मौद्रिक नीति समीक्षा में भारतीय रिजर्व बैंक दरें घटा सकता है।
नई दुनिया, इंदौर। आपके लिए अच्छी खबर है। 5 अप्रैल की मौद्रिक नीति समीक्षा में भारतीय रिजर्व बैंक दरें घटा सकता है। भारतीय स्टेट बैंक की चेयरपरसन अरुंधति भट्टाचार्य के मुताबिक हम लोग उम्मीद कर रहे हैं कि ब्याज दरें घटेंगी।
महंगाई कम हुई है, राजकोषीय घाटा भी काबू में है और चालू खाते का घाटा भी नियंत्रित है। विकास दर में भी ज्यादा रफ्तार नहीं आई है, इसलिए रिजर्व बैंक को दरों में कटौती करनी चाहिए। दरें घटेंगी, तभी लोग लोन लेना शुरू करेंगे जो निवेश से चक्र में तेजी लाने के लिए आवश्यक है।
विजय माल्या मामले में उन्होंने कहा कि माल्या के साथ सही में क्या हुआ, क्या नहीं, वो सब फाइल में बंद है। उसे देखना जरूरी है। उनके मुताबिक बैंक बड़े और छोटे कर्जदार में फर्क नहीं करते हैं।
फिंगर प्रिंट के जरिये खुलेगा अकाउंट
भट्टाचार्य ने कहा कि इन टच अकाउंट के जरिये बैंक की सभी सेवाएं डिजिटल होंगी। अप्रैल तक अकाउंट भी डिजिटल तरीके से खुलेंगे। ग्राहक के फिंगर प्रिंट के जरिये 30 सेकंड में आधार की जानकारी लेकर अकाउंट तुरंत खुल जाएगा। 10 मिनट के भीतर डेबिट कार्ड भी मिल जाएगा।
छोटी बचत दर घटाना सही कदम
भट्टाचार्य ने कहा कि छोटी बचत की दर घटाकर सरकार ने ठीक किया है क्योंकि महंगाई घट गई है। महंगाई एक तरह का लोगों पर टैक्स है। उन्होंने कहा कि बचत के ब्याज का महंगाई दर के साथ संबंध समझना होगा।
अगर देश में 11 फीसद महंगाई है और बचत की दर साढ़े नौ फीसद है तो जो आदमी बचत कर रहा है उसको डेढ़ फीसदी का घाटा हो रहा है। अगर महंगाई घट जाती है जैसे आज महंगाई की दर 5.5 फीसदी है और बचत की दर 7 फीसदी से ज्यादा है तो बचत पर उसे डेढ़ फीसद का फायदा हो रहा है।