भारतीय स्टेट बैंक ने सहयोगी बैंकों एवं महिला बैंक के साथ विलय को को दी मंजूरी
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक के साथ विलय को औपचारिक तौर पर मंजूरी दे दी है।
नई दिल्ली (पीटीआई)। ग्लोबल बैंक बनाने के इरादे से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) निदेशक मंडल ने पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक (BMBL) के SBI में विलय को मंजूरी दे दी। इस विलय में कर्मचारियों के हितों को पूरा ध्यान रखा जाएगा।
SBI ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना के मुताबिक, एसबीआई के केंद्रीय निदेशक मंडल ने स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर (SBBJ), स्टेट बैंक आफ मैसूर (SBM), स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर (SBT) तथा भारतीय महिला बैंक लि. (बीएमबीएल) के भारतीय स्टेट बैंक में विलय को मंजूरी दे दी है। इसके बाद, निदेशक मंडल स्टेट बैंक आफ पटियाला (SBP) और स्टेट बैंक आफ हैदराबाद (SBH) के एसबीआई में विलय के लिये अलग योजनाओं को मंजूरी दी।
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विलय प्रस्ताव के तहत एसबीबीजे के शेयरधारकों को दस-दस रुपए अंकित मूल्य के प्रत्येक 10 शेयर के बदले एसबीआई के एक एक रुपए अंकित मूल्य के 28 शेयर मिलेंगे। इसी प्रकार, एसबीएम तथा एसबीटी के शेयरधारकों को प्रत्येक उनके 10 शेयर के बदले एसबीआई के 22 शेयर मिलेंगे।
भारतीय महिला बैंक के मामले में उसके दस रुपए अंकित मूल्य के 100 करोड़ शेयरों के लिये सरकार को एसबीआई के 10-10 रुपये मूल्य के 4,42,31,510 शेयर दिए जाएंगे। भारतीय महिला बैंक के शेयर सरकार के पास हैं।
केंद्रीय मत्रिमंडल ने 15 जून, 2016 को एसबीआई के साथ उसके पांच सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक को मिलाने को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी थी। एसबीआई का इरादा 31 मार्च 2017 को खत्म होने वाले चालू कारोबारी साल में विलय प्रक्रिया को पूरी करने का है। सभी पांच एसोसिएट बैंकों तथा बीएमबीएल के विलय से एसबीआई वैश्विक आकार का बैंक बनेगा और दुनिया के दिग्गज बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेगा।