नोट बंद होने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका
सरकार की 500 और 1000 का नोट रातों रात बंद करने की घोषणा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल हो गई हैं
नई दिल्ली (माला दीक्षित): सरकार की 500 और 1000 का नोट रातों रात बंद करने की घोषणा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल हो गई हैं। याचिकाओं में सरकार के आदेश को मनमाना और गैरकानूनी बताते हुए रद करने की मांग की गई है। साथ ही कहा गया है कि कोर्ट सरकार को आदेश दे कि वह आम नागरिकों और किसानों व गरीबों को जरूरी काम जैसे शादी समारोह, इलाज के लिए समुचित समय दे। ये याचिकाएं वकील संगम लाल पांडेय और विवेक नारायण शर्मा ने दाखिल की हैं। पांडेय का कहना है कि आपात हालात को देखते हुए वे कोर्ट से याचिका पर शीघ्र सुनवाई का अनुरोध करेंगे।
याचिकाओं में कहा गया है कि आठ नवंबर को प्रधानमंत्री की 500 और 1000 का नोट बंद करने की घोषणा के बाद से ही देश की जनता उसके परिणाम भुगतने लगी। देश में आपात सेवाएं बड़े पैमाने पर प्रभावित हुईं। इस घोषणा से शादी समारोह, चिकित्सा सेवाएं और शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। याचिका में कहा गया है कि 9, 10 और 11 नवंबर को देश भर में हजारों शादियां होनी हैं। इतना ही नहीं आजकल फसल का सीजन चल रहा है। किसान नयी फसल बोने और पुरानी काटने में लगे है। इस घोषणा से वे न सिर्फ आर्थिक नुकसान उठाएंगे बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक परेशानी भी ङोलनी होगी। अस्पतालों में लाखों लोग इस तुगलकी फरमान से परेशान हो रहे हैं। लाखों लोगों ने बचों की शादी के लिए पैसे निकाले थे, वे सब परेशान हैं।