जनता की क्या कहें यहां तो प्रधानमंत्री की बिजली ही गई कट
आम जनता की क्या कहें बड़े-बड़े नेताओं के घर-दफ्तर की बिजली भी कट जाती है। यह मामला पाकिस्तान का है। पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रमुख दफ्तरों (जिसमें प्रधानमंत्री का ऑफिर भी शामिल है) की पावर सप्लाई में कटौती की जाएगी। यह काम इसलिये किया जा रहा है क्योंकि ग्राहकों द्वारा बिजली का बिल नहीं भ
इस्लामाबाद। आम जनता की क्या कहें बड़े-बड़े नेताओं के घर-दफ्तर की बिजली भी कट जाती है। यह मामला पाकिस्तान का है। पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रमुख दफ्तरों (जिसमें प्रधानमंत्री का ऑफिस भी शामिल है) की पावर सप्लाई में कटौती की जाएगी। यह काम इसलिये किया जा रहा है क्योंकि ग्राहकों द्वारा बिजली का बिल नहीं भरा गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सचिवालय द्वारा 47 लाख रुपये के बिल का भुगतान नहीं करने पर गैस आपूर्ति काट दी गई। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बिजली की कमी से जूझ रहे इस देश में बिजली और गैस के बिल नहीं भरने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिये थे।
उन्होंने कहा था कि बिजली कटौती को सुलझाना उनके लिए प्राथमिक मुद्दा है। लेकिन पाकिस्तान के जल एवं ऊर्जा राज्य मंत्री ने कहा कि उनका कैंपेन उन पर भी भारी पड़ रहा है। सुइ नार्दर्न गैस पाइपलाइंस लिमिटेड ने प्रधानमंत्री सचिवालय के अलावा संसद लॉज, कंवेंशन सेंटर और संघीय शरियत अदालत सहित अन्य सरकारी कार्यालयों की गैस आपूर्ति काट दी।
गैस कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, संसद भवन पर 13 लाख, संसद लॉज पर सात लाख 70 हजार, संघीय शरियत अदालत दो लाख 24 हजार और गवर्नर हाउस पर 88 लाख रुपये का बकाया है।
सभी बकायदारों को कई बार नोटिस भेजे गये लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कुछ स्थानीय ख़बरों में कहा गया कि प्रधानमंत्री आवास का गैस कनेक्शन काटा गया लेकिन सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री सचिवालय का गैस कनेक्शन काटा गया।