एनएसईएल का डिफॉल्टर गिरफ्तार
नेशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) की सबसे बड़ी डिफॉल्टर फर्म एनके प्रोटीन्स के एमडी निलेश पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक्सचेंज में हुए 5,600 करोड़ रुपये के घोटाले में यह चौथी गिरफ्तारी है। एनके प्रोटीन्स एनएसईएल से उधार लेने वाली पहली कंपनी थी। इसने एक्सचेंज से 350 करोड़ रुपये उधार लिए थे। अब ब्याज मिलाकर यह बकाया रकम
मुंबई। नेशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) की सबसे बड़ी डिफॉल्टर फर्म एनके प्रोटीन्स के एमडी निलेश पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक्सचेंज में हुए 5,600 करोड़ रुपये के घोटाले में यह चौथी गिरफ्तारी है। एनके प्रोटीन्स एनएसईएल से उधार लेने वाली पहली कंपनी थी। इसने एक्सचेंज से 350 करोड़ रुपये उधार लिए थे। अब ब्याज मिलाकर यह बकाया रकम बढ़कर 850 से 900 करोड़ रुपये हो गई है।
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मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के मुताबिक, पटेल जानता था कि उनकी कंपनी रकम लौटाने की स्थिति में नहीं है। इसके बावजूद इतनी बड़ी उधारी ली। उसे यह भी पता था कि एक्सचेंज को उधार देने का अधिकार नहीं है। पटेल ने एनएसईएल अधिकारियों के साथ मिलकर निवेशकों की रकम का दुरुपयोग किया है। उसने यह राशि अपने खाद्य तेल कारोबार के विस्तार और अडानी समूह के साथ संयुक्त उपक्रम स्थापित करने में लगाई। जांचकर्ता इस उपक्रम के खातों की भी छानबीन करेंगे। एनके ग्रुप व अडानी समूह की कृषि कारोबार इकाई अडानी विल्मर ने बराबर हिस्सेदारी वाले संयुक्त उपक्रम एडब्ल्यूएन एग्रो प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की थी। जल्दी ही यह देश की सबसे बड़ी कैस्टर ऑयल निर्यातक बन गई।
इससे पहले मुंबई पुलिस एनएसईएल घोटाले में एक्सचेंज के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। एक्सचेंज के पूर्व प्रमुख अंजनी सिन्हा को 17 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया। असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट अमित मुखर्जी को नौ अक्टूबर और समान पद पर कार्यरत जय बहुकुंदी को 10 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने 30 सितंबर को इस घोटाले के मामले में एफआइआर दर्ज की थी। एक्सचेंज के प्रमोटर जिग्नेश शाह और निदेशक जोसेफ मैसी सहित विभिन्न अधिकारियों पर फर्जीवाड़े, विश्वासघात और आपराधिक साजिश सहित विभिन्न आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं।