मोदी का उद्योगपतियों से निर्णय प्रक्रिया में तेजी लाने का वादा
अमेरिका के प्रमुख उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत में कारोबार करना सुगम बनाने की राह में अड़चनों का खुलकर जिक्र किया तो पीएम ने भी भरोसा दिया कि उन्हें निराश नहीं होना पड़ेगा।
न्यूयॉर्क। अमेरिका के प्रमुख उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत में कारोबार करना सुगम बनाने की राह में अड़चनों का खुलकर जिक्र किया तो पीएम ने भी भरोसा दिया कि उन्हें निराश नहीं होना पड़ेगा। उनसे निर्णय प्रक्रिया में तेजी लाने का वादा करते हुए मोदी ने स्वीकार किया कि दुनिया हमारे लिए इंतजार में बैठी नहीं रहेगी।
फॉर्च्र्यून मैगजीन की ओर से दिए गए डिनर में मैन्यूफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के 42 सीईओ जुटे। उन्होंने विभिन्न अड़चनों को बताने में कतई संकोच नहीं किया। पीएम ने उन्हें भारत में उपलब्ध व्यापक अवसरों का लाभ उठाने को कहा।
प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के इन 42 सीईओ ने प्रधानमंत्री से कहा कि जो आप कर रहे हैं, उसे कृपया करते रहें। हो सके इसमें थोड़ी और तेजी ले आएं। इन कंपनियों का सामूहिक नेटवर्थ 4,500 अरब डॉलर का है।
चर्चा का संचालन कर रहे फॉर्च्यून के संपादक एलन मुरे ने कहा कि सीईओ की ओर से जटिल नियमों, अत्यधिक अनुमति, भ्रामक नौकरशाही, खराब इंफ्रास्ट्रक्चर और करों के ऊपर लगने वाले स्थानीय करों के मुद्दों को उठाया गया। उन्होंने पीएम से बदलाव की रफ्तार बढ़ाने का आग्रह किया। कारोबारी माहौल में सुधार लाने के प्रधानमंत्री के प्रयासों की उद्योगपतियों ने सराहना की। जबकि अड़चनों का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने उनकी चिंताओं को गंभीरता से सुना और वादा किया कि कारोबार में सरकार की भूमिका को घटाने के लिए प्रयासों में तेजी लाई जाएगी।
मुरे के मुताबिक, इतनी बड़ी संख्या में तमाम कंपनियों के सीईओ का पहुंचना आज की ग्लोबल इकोनॉमी में भारत की मजबूत स्थिति को साफ दर्शाता है। चीन की सुस्त होती रफ्तार के बीच भारत 7.5 फीसद की ग्रोथ लेकर दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में सबसे आगे खड़ा हुआ है। कई कंपनियों के देश में विस्तार की योजनाएं हैं।
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विदेश मंत्रालय का बयान
बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने संवाददाताओं से कहा, 'कुल मिलाकर माहौल काफी आशावादी दिखा। इस बारे में आम सहमति दिखी कि प्रधानमंत्री भारत में बदलाव ला रहे हैं। सभी सीईओ ने एक ही चीज कही कि कृपया बदलाव में और तेजी लाएं।'
ये दिग्गज थे मौजूद
बैठक में हिस्सा लेने वाले उद्योगपतियों में लॉकहीड मार्टिन के चेयरमैन व सीईओ मैरिलीन ह्यूसन, फोर्ड के प्रेसीडेंट व सीईओ मार्क फील्ड्स, आइबीएम के चेयरमैन जिनी रोमेटी, पेप्सीको की प्रमुख इंदिरा नूई और डाओ केमिकल्स के चेयरमैन एंड्रयू लिवेरिस शामिल थे।
विश्व बैंक प्रमुख से मिले पीएम
न्यूयॉर्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विश्व बैंक के प्रेसीडेंट जिम योंग किम से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच सतत विकास, स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन पर विस्तार से चर्चा हुई।