सेंसेक्स क्यों उछल गया 500 अंक जानिए 4 बड़ी बातें
मंगलवार के दिन बढ़त के साथ खुले बाजार ने कारोबार खत्म होने पर भी बढ़त बरकरार रखी और अंतिम मिनटों में सेंसेक्स 520 अंकों की उछाल के साथ 28,050.88 के स्तर पर बंद हुआ
नई दिल्ली: हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन में बढ़त के साथ खुले बाजार ने कारोबार खत्म होने पर भी बढ़त बरकरार रखी और अंतिम मिनटों में सेंसेक्स 520 अंकों की उछाल के साथ 28,050.88 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं 50 शेयरों वाले निफ्टी ने भी 8,600 के अहम आंकड़े को पार कर लिया और वह मंगलवार को 8,677.90 के स्तर पर बंद हुआ। आज हम आपको अपनी खबर में बताने की कोशिश करेंगे कि सेंसेक्स में इतना उछाल क्यों देखने को मिला। जानिए इससे जुड़े चार कारण।
ट्रेडर्स कर रहे हैं शॉर्ट कवरिंग:
एक्सपर्ट का मानना है कि बाजार में तेजी आने की बड़ी वजह ट्रेडर्स की ओर से आई शॉर्ट कवरिंग हैं। निफ्टी के लिहाज से 8540 का स्तर अहम था। इस स्तर को तोड़ने के बाद बाजार में बाउंस बैक दिखा जो एक सकारात्मक संकेत था। इसी के चलते बाजार में शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
निवेशकों को भाए बैंकिंग स्टॉक्स:
बैंकिंग स्टॉक्स जो कि सेंसेक्स और निफ्टी50 में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी रखते हैं, जिसमे आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई भी शामिल हैं, ने एक बार फिर से निवेशकों को आशा से भर दिया। यह रुझान ऐसे मौके पर दिखा जब एस्सार ग्रुप ने घोषणा की है कि वह अपने तेल व्यापार की बिक्री से प्राप्त आय का प्रयोग कर्ज चुकाने के लिए करेगा। एस्सार ग्रुप की तरफ से कर्ज चुकाने की घोषणा का फायदा उन बैंकों को मिलेगा जिन्होंने इस ग्रुप को कर्ज दे रखा है। इसीलिए मंगलवार को बैंकिंग शेयर्स में तेजी देखने को मिली।
जीएसटी काउंसिल की बैठक:
मंगलवार को होने वाली जीएसटी की बैठक से पहले ही लॉजिस्टिक और कैपिटल गुड्स कंपनियों में रफ्तार दिखी। इस बैठक में जीएसटी की दरों पर फैसला होना है। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार 1 अप्रैल 2017 तक देशभर में जीएसटी लागू करना चाहती है। जीएसटी को लेकर बाजार में सकारात्मक असर इसलिए दिखा क्योंकि यह माना जा रहा है कि सरकार तय समय के भीतर देश में जीएसटी लागू करना चाहती है।
तकनीकी कारण:
सकारात्मक वैश्विक संकेतों मदद की निफ्टी-50 ने 8600 के अपने महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को पुनः प्राप्त कर लिया, जो कि इंडेक्स के लिए अहम स्तर रहा है। इस स्तर के ऊपर बंद होने से बाजार पर सकारात्मक असर पड़ेगा।