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अगर भारत में बना आइफोन तो 20 फीसद तक घटेगी कीमत

आईफोन कंपनियों के प्रतिनिधियों की तरफ से सूचना एवं संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात के बाद ऐसी उम्मीद है कि जल्द ही आईफोन भारत में बनना शुरू हो जाएगा।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 07 May 2016 01:21 AM (IST)Updated: Sat, 07 May 2016 08:11 AM (IST)

नई दिल्ली [जयप्रकाश रंजन]। चीन के बाजार में घटती मांग और नौ वर्षों बाद पहली बार राजस्व में आई गिरावट के बाद लगता है कि एप्पल को यह समझ में आ गया है कि अब वह भारतीय बाजार को ज्यादा दिनों तक नजरअंदाज नहीं कर सकता। कारण जो भी हो लेकिन एप्पल के आइफोन, आइपैड जल्द ही भारत में बनने शुरू हो सकते हैं। ऐसा होने पर देश में एप्पल के उत्पादों की कीमत 20 फीसद तक घट सकती है। कंपनी के अधिकारियों ने संचार व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद से मिलकर अपनी इच्छा का इजहार किया है। सरकार ने उन्हें विस्तृत योजना के साथ आने को कहा है।

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सरकार ने प्रस्ताव का स्वागत किया

प्रसाद ने दैनिक जागरण को बताया कि कुछ ही दिन पहले एप्पल के कुछ प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात की थी और भारत में अपनी निर्माण इकाई स्थापित करने को लेकर इच्छा जताई थी। उन्होंने उनके प्रस्ताव का स्वागत किया है और हर तरह की मदद देने का आश्वासन दिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या एप्पल की तरफ से पुराने इस्तेमाल किय गये फोन को भारत में बेचने का भी प्रस्ताव दिया गया है तो प्रसाद ने जवाब दिया कि कंपनी की तरफ से ऐसा कोई प्रस्ताव सरकार को नहीं मिला है।

देश में फोन की बिक्री 56 फीसद बढ़ी

भारत के संचार मंत्री का बयान तब आया है जब कुछ ही दिन पहले एप्पल के चीफ एक्जीक्यूटिव टिम कुक ने कहा है कि एप्पल के लिए भारत अभी वैसा ही बाजार है जैसा दस वर्ष पहले चीन था। जनवरी से मार्च, 2016 के बीच एप्पल के मोबाइल फोन की बिक्री भारत में 56 फीसद की रफ्तार से बढ़ी है।

एप्पल के लिए भारत अहम बाजार

जानकारों की मानें तो अभी तक भारतीय बाजार में निर्माण से दूर रहने वाली एप्पल के विचार में बदलाव आने के पीछे दो वजहें हैैं। एक तो उसके अहम बाजार चीन की मांग में कमी आ रही है। चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी आने की वजह से आने वाले दिनों में भी एप्पल वहां अपनी बिक्री में कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं देख रहा है। दूसरा कई जानकार एप्पल के राजस्व में आई गिरावट को एक बड़ी चुनौती मान रहे हैैं। इस गिरावट को दूर करने में भारत जैसा बड़ा बाजार अहम भूमिका निभा सकता है।

कई कंपनियों का उत्पादन शुरू

प्रसाद का कहना है कि कोई भी महत्वाकांक्षी मोबाइल फोन कंपनी आज भारत को नजरअंदाज नहीं कर सकती है। वर्ष 2015 में भारत में मोबाइल फोन मैन्यूफैक्चरिंग में 82 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। एलजी, सैमसंग समेत तमाम विदेशी व देशी कंपनियां यहां प्लांट लगा चुकी हैैं।


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