अमेरिका ने भारत से कहा, GST द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को देगा नया आयाम
अमेरिकी वाणिज्य मंत्री पेन्नी प्रिट्जकर ने कहा कि जीएसटी के बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में और गति आएगी।
वाशिंगटन। भारत के साथ बेहतर व्यापारिक संबंधों को लेकर आशावान अमेरिकी ने रविवार को कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 109 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। लेकिन, नए सुधार और जीएसटी लागू होने के बाद इसमें और गति आएगी। हालांकि, तेजी से उभरते इस अर्थव्यवस्था में अमेरिकन कंपनियों को यहां के व्यावसायिक वातावरण को लेकर कुछ अपनी चिंताएं भी हैं।
सोमवार से तीन दिवसीय दौरे पर भारत आ रही अमेरिकी वाणिज्य मंत्री पेन्नी प्रिट्जकर ने कहा कि साल 2017 में व्यावसायिक सहयोग के लिए जिन दो क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है वे हैं- ट्रैवेल एंड टूरिज्म और सब-नेशनल इंगेजमेंट। उन्होंने कहा कि अब हमारा प्रयास चेन्नई और चार्ल्सटन के बीच करार करने का है।
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प्रिट्जकर ने कहा कि ओबामा प्रशासन ने पिछले साढ़े सात सालों में दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था की क्षमता को पहचान कर आपसी संबंधों को काफी बेहतर किया है। अमेरिकी वाणिज्य मंत्री ने कहा, दोनों देशों की बीच व्यापार और निवेश में करीब तीन गुणा का इजाफा हुआ है। 2015 में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार 109 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा जा साल 2005 में सिर्फ 37 बिलियन डॉलर था।
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प्रिट्जकर ने कहा, “अमेरिकी और भारतीय कंपनियां दोनों ही एक दूसरे की अर्थव्यवस्थाओं में रिकॉर्ड स्तर पर निवेश कर रही है। साल 2015 में भारत में अमेरिका ने करीब 28 बिलियड डॉलर से भी ज्यादा का निवेश किया है जबकि अमेरिका में भारत की तरफ से निवेश भी 11 बिलियन डॉलर से ज्यादा का रहा। हकीकत ये है कि भारतीय कंपनियां अमेरिका में 52 हजार से भी ज्यादा कामगारों को राजगार दिया हुआ है।”