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विनिवेश से धन जुटाने का सात साल का रिकॉर्ड तोड़ेगी सरकार

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) की शेयर बिक्री से 9,300 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है। ऐसे में सरकार की चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में विनिवेश से 12,600 करोड़ रुपये की राशि जुटाने पर नजर है। ऐसा हुआ तो सात साल में विनिवेश से धन जुटाने के मामले में

By Murari sharanEdited By: Published: Sun, 23 Aug 2015 08:58 PM (IST)Updated: Sun, 23 Aug 2015 09:50 PM (IST)
विनिवेश से धन जुटाने का सात  साल का रिकॉर्ड तोड़ेगी सरकार

नई दिल्ली। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) की शेयर बिक्री से 9,300 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है। ऐसे में सरकार की चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में विनिवेश से 12,600 करोड़ रुपये की राशि जुटाने पर नजर है। ऐसा हुआ तो सात साल में विनिवेश से धन जुटाने के मामले में यह सबसे बेहतर छमाही होगी।

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अभी तक सरकार ने तीन सार्वजनिक उपक्रमों-पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी), ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (आरईसी) तथा ड्रेजिंग कॉरपोरेशन में अल्पांश हिस्सेदारी की बिक्री के जरिये 3,300 करोड़ रुपये जुटाए हैं। सरकार सोमवार को आइओसी में अपनी 10 फीसद हिस्सेदारी बेचेगी।

कंपनी में उसकी 68.6 फीसद हिस्सेदारी है। सरकार ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिये कंपनी में 24.28 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री करेगी। उसने 387 रुपये प्रति शेयर का फ्लोर प्राइस तय किया है। अंतिम बंद भाव के मुकाबले यह करीब दो फीसद नीचे है।

विनिवेश सचिव आराधना जौहरी ने कहा, 'हम पहले ही तीन निर्गमों को पूरा कर चुके हैं। चौथा सोमवार को आएगा। वैसे तो पहली छमाही में अभी एक माह का समय शेष है, लेकिन पिछले सात वित्त वर्ष में यह सबसे बेहतर छमाही रहेगी।'

जौहरी ने बताया कि आइओसी की शेयर बिक्री में जिन निवेशकों को शेयर आवंटित होंगे, वे 6.60 रुपये प्रति शेयर के लाभांश के पात्र भी होंगे। आइओसी के निदेशक मंडल की 29 मई को हुई बैठक में इस लाभांश की घोषणा की गई थी।

शेयर बाजारों में रही है उठापटक

चालू वित्त वर्ष में अब तक भारतीय शेयर बाजारों में खासी उठापटक रही है। चीन के बाजारों में गिरावट के बीच ग्रीस संकट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों को बढ़ाने की आशंका ने इसकी राह में रोड़े डाले हैं। इस दौरान बंबई शेयर बाजार (बीएसई) के सेंसेक्स में तीन फीसद से ज्यादा की गिरावट आई है। यह और बात है कि खुदरा और संस्थागत निवेशकों की मजबूत मांग के बीच तीनों विनिवेश सफल रहे।

ऐसे रहे बीते साल

वित्त वर्ष 2014-15 की पहली छमाही में में विनिवेश विभाग (डीओडी) ने एक भी सार्वजनिक उपक्रम में हिस्सेदारी नहीं बेची थी। वहीं, 2013-14 में छह पीएसयू में हिस्सेदारी बेचकर 1,300 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। 2012-13 में भी पहले छह महीनों में कोई विनिवेश नहीं हुआ था।

जबकि 2011-12 में एक इश्यू लाया जा सका। इससे 1,500 करोड़ रुपये जुटाए गए। विभाग ने 2010-11 की पहली छमाही में पीएसयू में हिस्सेदार बेच 2400 करोड़ रुपये जुटाए थे। जबकि 2009-10 में यह आंकड़ा 4,200 करोड़ रुपये था।

इस माह दस्तक देंगे पांच आइपीओ

इस महीने पांच कंपनियां आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आइपीओ) के जरिये पूंजी बाजार में दस्तक देने जा रही हैं। आइपीओ के जरिये इनकी पूंजी बाजार से लगभग 1,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इन कंपनियों में सद्भाव इंफ्रास्ट्रक्चर, नवकार कॉरपोरेशन, पेन्नार इंजीनियर्ड बिल्डिंग सिस्टम्स, श्री पुष्कर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स और प्रभात डेयरी शामिल हैं।


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