राजस्थान को मालामाल कर रहे अडानी, अंबानी व टाटा
देश के तीन बड़े औद्योगिक समूह बीते वित्त वर्ष 2014-15 के दिसंबर माह में राजस्थान को मालामाल कर गए। एक के बाद एक तीन बड़े घरानों- अडानी, अंबानी और टाटा ने राजस्थान सरकार के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इनके लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करीब डेढ़ वर्ष पूर्व
जयपुर, जागरण संवाददाता। देश के तीन बड़े औद्योगिक समूह बीते वित्त वर्ष 2014-15 के दिसंबर माह में राजस्थान को मालामाल कर गए। एक के बाद एक तीन बड़े घरानों- अडानी, अंबानी और टाटा ने राजस्थान सरकार के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इनके लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करीब डेढ़ वर्ष पूर्व सत्ता संभालने के बाद से प्रयासों में जुटी थी। इनसे होने वाला निवेश पूरे वित्त वर्ष के बजट के लगभग बराबर पहुंच रहा है।
तीनों समूह सोलर पार्क और स्वास्थ्य सहित कई परियोजनाओं पर 1.10 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। राज्य के बजट के लिहाज से यह खासी बड़ी रकम है। वित्त वर्ष 2014-15 में राजस्थान का बजट करीब 1.31 लाख करोड़ रुपये का रहा। खास बात यह है कि एक महीने में ही इतना बड़ा निवेश दो-तीन घरानों ने कभी नहीं किया। यह राजस्थान में विकास की नई राह और हजारों रोजगार भी मुहैया कराएगा।
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी 25 हजार मेगावॉट सोलर पावर प्रोडक्शन से शुरुआत करेगी। अनिल की कंपनी 20 हजार लोगों को नौकरियां देगी। साथ ही, पावर प्लांट से 2.30 लाख घरों के लायक बिजली बनाएगी। वहीं टाटा ट्रस्ट, अंतरा फाउंडेशन तथा सरकार के बीच इसी माह एमओयू हुआ है। इसमें टाटा ट्रस्ट महिला एवं शिशु स्वास्थ्य को सुधारने के लिए काम करेगी। एमओयू 7,000 करोड़ का है। टाटा पावर सोलर पैनल के लिए भी 10 से 20 हजार करोड़ रुपये के बीच निवेश करेगी। वहीं अडानी ग्रुप ने 10 हजार मेगावॉट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाएं लगाने के लिए सरकार के साथ एमओयू किया। कंपनी 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
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