अमीरों की समस्याएं सुलझाने में उलझीं दुनिया भर की प्रतिभाएं
दुनिया भर की बेहतरीन प्रतिभाएं अमीरों की समस्याओं को सुलझाने में उलझी हैं। प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा ने कहा कि इसी वजह से गरीब तबके की ओर पूरा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हमने दुनिया भर में एक ऐसा समाज बना लिया है, जो सिर्फ अमीरों को फायदा पहुंचाने में लगा है। इसलिए उस व
वाशिंगटन। दुनिया भर की बेहतरीन प्रतिभाएं अमीरों की समस्याओं को सुलझाने में उलझी हैं। प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा ने कहा कि इसी वजह से गरीब तबके की ओर पूरा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हमने दुनिया भर में एक ऐसा समाज बना लिया है, जो सिर्फ अमीरों को फायदा पहुंचाने में लगा है। इसलिए उस वर्ग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा, जिन्हें वास्तव में इसकी जरूरत है। समावेशी विकास पर किसी की नजर नहीं है।'
चौथे अमेरिका-भारत ऊर्जा साझेदारी सम्मेलन में पित्रोदा ने कहा कि भारत में 40 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं, जबकि 30 करोड़ लोग अनपढ़ हैं और देश ज्यादा से ज्यादा अरबपतियों का जश्न मना रहा है। दुनिया को विकास के नए मॉडल की जरूरत है।
अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति अलगोर ने कहा कि भारत और अमेरिका जैसे देशों के मौजूदा विकास मॉडल में निरंतरता नहीं है, जिससे असमानता में बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने कहा, 'वृद्धि का हमारा पैमाना वितरण का आकलन नहीं करता है। आर्थिक वृद्धि में प्रदूषण का आकलन नहीं किया जाता है।'