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ग्यारह महीने बाद फिर 28 हजारी हुआ सेंसेक्स

सोमवार को बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 292.10 अंक यानी 1.05 फीसद चढ़कर 11 महीने बाद दोबारा 28 हजार अंक के स्तर को पार कर गया।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Mon, 25 Jul 2016 10:41 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jul 2016 10:46 PM (IST)

मुंबई, प्रेट्र। दलाल स्ट्रीट में सप्ताह की शुरुआत तेजी के साथ हुई। संसद में जीएसटी बिल के पारित होने की आस में निवेशकों ने चुनिंदा शेयरों में जमकर लिवाली की। इससे सोमवार को बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 292.10 अंक यानी 1.05 फीसद चढ़कर 11 महीने बाद दोबारा 28 हजार अंक के स्तर को पार कर गया।

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यह संवेदी सूचकांक इस दिन 28095.34 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 94.45 अंक यानी 1.11 फीसद की बढ़त के साथ 8635.65 अंक पर पहुंच गया। यह इसका 15 महीने का ऊंचा स्तर है। भारत सहित दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं ने ग्लोबल ग्रोथ में जान फूंकने के लिए सभी नीतिगत उपाय आजमाने की प्रतिबद्धता जताई है।

अमूमन अमेरिका में फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक से पहले रहने वाली चिंता नदारद रही क्योंकि ब्रेक्जिट की अनिश्चितताओं को देखते हुए ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका न के बराबर है। यूरोपीय बाजारों में तेज शुरुआत का भी घरेलू बाजार की कारोबारी धारणा पर सकारात्मक असर पड़ा। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 27753.96 अंक पर कमजोर खुला। इसका निचला स्तर 27736.51 अंक रहा। अंतिम कारोबारी घंटों में निवेशकों की लिवाली के झोंके में सेंसेक्स ने 28110.37 अंक का ऊंचा स्तर छूआ।बीएसई के सूचकांकों में बैंकिंग, फाइनेंस, तेल एवं गैस, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एनर्जी, रियल एस्टेट, टेक्नोलॉजी, पावर और आइटी ज्यादा बढ़े। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 26 के शेयर चढ़े, जबकि चार में गिरावट दर्ज की गई।

रुपया 27 पैसे कमजोर

डॉलर के मुकाबले रुपये में सोमवार को तेज गिरावट आई। अमेरिकी मुद्रा की तुलना में यह 27 पैसे टूटकर 67.36 के स्तर पर बंद हुआ। भारतीय मुद्रा का यह दो हफ्तों का निचला स्तर है। घरेलू शेयर बाजार में तेजी के बावजूद आयातकों की ओर से डॉलर की मांग निकलने का रुपये पर असर पड़ा।

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