एफआईपीबी ने15 एफडीआई प्रस्तावों को दी मंजूरी
विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के 15 प्रस्तावों को मंजूरी दी है। ये 7,262 करोड़ रुपये के हैं।
नई दिल्ली। विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के 15 प्रस्तावों को मंजूरी दी है। ये 7,262 करोड़ रुपये के हैं। इनमें निप्पन लाइफ इंश्योरेंस, टाटा एआईए और अवीवा लाइफ के प्रस्ताव शामिल हैं।
इसके अलावा यस बैंक के विदेशी निवेश सीमा 41.87 फीसद से बढ़ाकर 74 फीसद करने के प्रस्ताव को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) के पास भेजा गया है। वित्त मंत्रालय ने बताया कि एफआइपीबी की सात मार्च को हुई बैठक में की गई सिफारिशों के आधार पर सरकार ने 7,261.6 करोड़ रुपये के 15 एफडीआई प्रस्तावों को मंजूरी दी है। साथ ही 6,885 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश के एक प्रस्ताव को मंजूरी के लिए सीसीईए के पास भेजा है।
बोर्ड ने टॉरस वेंचर्स के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। कंपनी ने मैक्स इंडिया लाइफ से अलगाव के तहत मैक्स इंडिया के शेयरधारकों को शेयर जारी करने की अनुमति मांगी थी। निप्पन लाइफ रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस में 2,265 करोड़ रुपये का निवेश कर हिस्सेदारी 26 फीसद से बढ़ाकर 49 फीसद करेगी, जिसे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। टाटा एआइए लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का प्रस्ताव मंजूर हो गया है।
कंपनी 2,055 करोड़ रुपये के निवेश से एआइए इंटरनेशनल की हिस्सेदारी 26 फीसद बढ़ाकर 49 फीसद करेगी। अवीवा इंटरनेशनल 940 करोड़ का निवेश कर अवीवा लाइफ इंश्योरेंस में अपनी हिस्सेदारी 49 फीसद करेगी। बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और रहेजा क्यूबीई जनरल इंश्योरेंस के भी प्रस्ताव मंजूर हो गए हैं।
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्वीट कर कहा कि एफडीआई प्रवाह जारी है। मामलों को तेजी से निपटाने से फर्क पड़ता है। आर्थिक मामलों के सचिव की अध्यक्षता वाली एफआईपीबी अंतर-मंत्रालयी समिति है। यह 5,000 करोड़ रुपये तक के विदेशी निवेश के प्रस्तावों को मंजूरी दे सकती है।