श्रेष्ठ नागरिक बनने के लिए अच्छे संस्कार जरूरी : श्याम सुंदर
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : यदि हम बच्चों को देश का श्रेष्ठ नागरिक बनाना चाहते है तो हमें उनके अंदर नए संस्कारों को जन्म देना होगा। ऐसे संस्कार बच्चों के अंदर पैदा करने होंगे जो हमारे सामाजिक ताने-बाने को और हमारी संस्कृति को आगे बढ़ाने में मददगार बन सकें।
यह शब्द रामलीला भवन में भारत विकास परिषद् द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय समारोह में हमारे संस्कार और फर्स्ट एड विषय पर जानकारी देते हुए रेडक्राूस सचिव श्याम सुंदर ने व्यक्त किए। राज्य भर से आए स्कूली बच्चों को बड़े ही सहज भाव से फर्स्ट एड के टिप्स देते हुए रेडक्रॉस सचिव ने कहा कि आज 14 वर्ष तक का बच्चा ज्ञान से परिपूर्ण है चाहे वो ज्ञान समाज से लिया है या फिर इंटरनेट से। उन्होंने कहा कि बच्चों को एक दिशा दिया जाना जरूरी है जिससे की वह खुशी-खुशी अपने जीवन को आगे ले जा सकें। उन्होंने युवाओं को बेहोशी, आगजनी, नकसीर, हाथ-पांव में फ्रैक्चर सहित अचानक होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के उपाय सुझाए और कहा कि फर्स्ट एड का थोड़ा सा भी ज्ञान किसी के प्राण बचाने में सहायक सिद्ध होता है। सचिव ने बच्चों को हैंड वास, तनाव से मुक्ति, बेटी-बचाओ सहित विभिन्न सामाजिक विषयों की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर विशेष रूप से बच्चों को अपने माता-पिता का फोटो मोबाईल स्क्रीन पर डालें, विचार का प्रत्यक्ष रूप से बच्चों के मानस पटल पर असर पड़ेगा। राज्य स्तरीय समारोह में भारत विकास परिषद के अधिकारियों सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।