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जानिये हम सबके फेवरेट मोमोज कैसे हो गए इतने पॉपुलर

मोमोज तो आप सभी ने खाये होंगे लेकिन क्या कभी आपने जानने की कोशिश की है ये आप तक पहुंचा कैसे, भारत तक लाने वाला कौन था जो आज सभी का इतना फेवरेट बन चुका है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Thu, 16 Mar 2017 11:23 AM (IST)Updated: Thu, 16 Mar 2017 01:14 PM (IST)
जानिये हम सबके फेवरेट मोमोज कैसे हो गए इतने पॉपुलर
जानिये हम सबके फेवरेट मोमोज कैसे हो गए इतने पॉपुलर

मोमोज जिसका नाम सुनते ही किसी के भी मुंह में पानी आना लाजिमी है। एक बार ये जो खा ले उसे ये बार-बार खाने को जी चाहता है। ये ना ही सिर्फ राजधानी दिल्ली की गलियों में फेमस है बल्कि साउथ में भी लोग इसके प्रति काफी दीवाने हैं औऱ ये बड़े बड़े रेस्ट्रॉरेंट्स की भी शोभा बढ़ाते हैं।
स्टीम में तैयार की जाने वाली ये यमी डिश के ओरिजिन के बारे शायद आप नहीं जानते होंगे। तो आइए आज हम आपको बताते हैं, पूरे भारत में लोगों का फेवरेट मोमो आखिर यहां तक पहुंचा कैसे।

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दरअसल यह डिश तिब्बत और नेपाल का मशहूर डिश है और ये वहीं से भारत में आया। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में ये सबसे ज्यादा शिलांग में बिकता है जहां इसे कई प्रकार से बनाया जाता है जो लोगों को काफी पसंद भी आते हैं। इसमें वेज से लेकर नॉनवेज दोनों तरह के मोमो शामिल होते हैं। कहा जाता है कि काफी समय पहले एक चीनी समुदाय ये लेकर भारत आया था और वो यहीं शिलांग में बस गया था बाद उसी समुदाय ने यहां आकर चाइनीज डिशेज की शुरुआत की जो आज भारतीयों के दिलों पर राज करती है। इन्हीं डिशेज में से एक था मोमो। एक बार इसका टेस्ट चखने के बाद लोग इसके पीछे पागल हो गए और वे भी इसे बनाने की विधि सीख गए।

क्या है मोमो का मतलब
मोमो एक चाइनीज शब्द है जिसका मतलब होता है भाप में पकी हुई रोटी। इस पकाया भी भाप में ही जता है।

किन समुदाय का प्रमुख डिश है
खासकर के अरुणाचल प्रदेश के मोनपा, शेरदुकपेन समुदाय के लोगों का यह प्रमुख डिश है और ये काफी अच्छा बनाते हैं। मोमोज के अंदर भरावन सामग्री में सरसों की पत्तियां और अन्य सामग्री डाल कर इसे भाप में पकाया जाता है और इसे तीखी मिर्च की चटनी के साथ सर्व किया जाता है।

सिक्किम में कैसे हुआ फेमस
1960 के दशक में भारी संख्या में तिब्बती अपने देश से पलायन करके भारत में आ बसे। इसके बाद इनका ये कुजीन यहां के सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, दार्जिलिंग, कलिमपोंग और दिल्ली जैसे शहरों में फेमस हो गया।

मोमोज के अंदर भरावन किस चीज की होती है


ये दो तरह का होता है। नॉनवेज और वेज, जिसमें वेज में अलग-अलग प्रकार की सब्जियों और चीज के भरावन से ये तैयार होता है जबकि नॉनवेज में चिकन के भरावन से ये तैयार किया जाता है।

अलग-अलग नाम
नेपाल, तिब्बत और भूटान में जहां ये मोमोज के नाम से जाना जाता है वहीं चाइना में ये डिमसम के नाम से जाना जाता है। चाइनीज में इसमें सूअर का मांस, बीफ, झींगा, टोफू आदि से फिलींग की जाती है।

कैसा होता है तिब्बात का मोमो
तिब्बत में ये स्टीम और फ्राइ दोनों प्रकार से बनाया जाता है। इसे टमाटर, अदरक, लहसुन और सूखी लाल मिर्च को फ्राइ करके इसके पेस्ट के साथ परोसा जाता है। मोमोज के अंदर भरने वाली सामग्री को बारीक काटकर अदरक और लहसुन के साथ मिक्स करना चाहिए। साथ ही अगर आटा अच्छी क्वालिटी का है तो इसे हल्के गर्म पानी के साथ गूंथकर बनाया जाए तो ये अच्छा बनता है।

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