हिंदी के सफल प्रहरी
दोस्तो, विश्व भर में भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
आज जब अधिसंख्य युवा अंग्रेजी के पीछे भाग रहे, ऐसे में मातृभाषा संग अपना भविष्य संवार रहे किशोर-युवा किसी मिसाल से कम नहीं...
हिंदी को बढ़ते देखना है -अमृत राज(लेखक)
मेरी पढ़ाई-लिखाई अंग्रेजी में हुई, लेकिन लेखन का माध्यम हिंदी चुना। हिन्दी का लेखक बनने की दो बड़ी वजह रही। पहला, मैं अंग्रेजी में सोच नहीं पाता था, दूसरा हिंदी को आगे बढ़ते देखना चाहता हूं।
हिंदी में बनाया शैक्षिक ऐप- इमरान खान(हिंदी एप डेवलपर एवं शिक्षक)
मैं हिंदी माध्यम के छात्रों की कठिनाइयों को जानता हूं। इसीलिए स्कूली व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए हिंदी में शैक्षिक ऐप विकसित किया है। अब तक 65 ऐप विकसित कर चुका हूं, जिसके 70 लाख से अधिक डाउनलोड हुए हैं। मातृभाषा में पढ़ाई से बेहतर समझ विकसित होती है। दुनिया के कई विकसित देश अपनी मातृभाषा को प्रोत्साहित कर रहे हैं। हमें भी हिंदी समेत अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को सहेजने की जरूरत है।
हिंदी में हूं सहज- महादेव सिंह(थियेटर आर्टिस्ट)
मैं कानून की पढ़ाई करने पुणे गया था। लेकिन हिंदी थियेटर का मोह नहीं छोड़ सका। एनएसडी में पढ़ते हुए अनेक नाटकों में अभिनय का अवसर मिला है। हिंदी में संप्रेषण का अलग आनंद है। इसमें सहज महसूस करता हूं।
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