जाकिर नाईक की गतिविधियां मसूद अजहर जैसी : शिवसेना
जाकिर नाईक की गतिविधियों की तुलना पाकिस्तान के मसूद अजहर से करते हुए शि्वसेना ने डॉ. नाईक को गिरफ्तार करने की मांग की है।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. जाकिर नाईक की गतिविधियों की तुलना पाकिस्तान के मसूद अजहर से करते हुए शि्वसेना ने डॉ. नाईक को गिरफ्तार करने की मांग की है। उधर सोमवार को मुंबई पहुंचनेवाले डॉ. नाईक ने अपनी भारत वापसी की योजना स्थगित कर दी है।
डॉ. नाईक मक्का से सोमवार को मुंबई लौटने वाले थे। 12 जुलाई को उनकी प्रेस से बात करने की योजना थी। लेकिन शाम तक खबर आई कि वह अगले तीन-चार सप्ताह मुंबई नहीं लौटेंगे। माना जा रहा है कि जाकिर नाईक ने महाराष्ट्र सरकार एवं भारत सरकार की विभिन्न जांच एजेंसियों से डर कर फिलहाल अपनी वापसी स्थगित की है। नाईक के विरुद्ध महाराष्ट्र सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। उनके पीस टीवी पर दिए गए भाषणों के साथ-साथ उन्हें विदेश से मिलनेवाले चंदे की भी जांच के आदेश दिए गए हैं। डॉ. नाईक भारत आने पर पुुलिस द्वारा परेशान किए जाने की आशंका के कारण फिलहाल वापस नहीं लौटना चाहते।
दूसरी ओर कई मुस्लिम संगठन अब खुलकर डॉ. जाकिर नाई के समर्थन में आते दिख रहे हैं। इनमें जमात-ए-इस्लामी हिंद, मरकज़ी जमीयत-ए-अहले हदीस हिंद, ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) एवं उर्दू जर्नलिस्ट फोरम जैसी संस्थाएं शामिल हैं। इन संस्थाओं का मानना है कि डॉ. नाईक इस्लाम का अन्य धर्मों से तुलनात्मक अध्ययन कर अपना भाषण देनेवाले विद्वान हैं। उनके भाषणों से मुस्लिमों के ही कई वर्ग सहमत नहीं होते। ऐसे मुस्लिम संगठन ही इस समय डॉ. नाईक का विरोध करते नजर आ रहे हैं। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग तो खुलकर राज्य की भाजपानीत सरकार के विरोध में आ गई है। उसके राष्ट्रीय सचिव शहंशाह जहांगीर कहते हैं कि भाजपा और शिवसेना की सरकार आईआरएफ जैसे मुस्लिम संगठनों को जांच के नाम पर परेशान करने का रास्ता ढूंढ रही है।
दूसरी ओर शिवसेना ने सोमवार के अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में डॉ. जाकिर नाईक द्वारा स्थापित पीस टीवी को एक प्रचारक टीवी करार देते कहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार एवं महाराष्ट्र की फड़नवीस सरकार को साहत दिखाते हुए इस चैनल की समस्त मशीनरी को नष्ट कर देना चाहिए। शिवसेना का मानना है कि सरकार जब चाहे काला धन वापस ला सकती है। फिलहाल उसे डॉ. नाईक के आर्थिक स्रोतों को बंद करने की पहल करनी चाहिए। क्योंकि वह जो खेल खेल रहा है, वह हमारे देश को नष्ट कर देगा। साथ ही, उसे भारत लौटते ही तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।