बैंक को बताया ओटीपी और लग गया 68 हजार रुपए का चूना
प्रजापति ने यह ओटीपी भी जालसाज को बता दिया। इसके बाद उनके दोनों खातों से कई बार लेन-देन हुआ और करीब 68 हजार रुपए उनके खाते से निकल गए।
भायंदर। बैंक की ओर से फोन कॉल और मैसेज के जरिये संदेश दिया जाता है कि किसी को भी अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड के पिन, उस पर लिखे अंकों (कार्ड नंबर) और अन्य गोपनीय जानकारी नहीं दें। लेन-देन के दौरान भेजे जाने वाले ओटीपी को भी किसी के साथ शेयर नहीं करें। बावजूद इसके लोग जालसाजों का आसान शिकार बन जाते हैं।
हालिया मामला भायंदर के एक व्यापारी परमेश्वर प्रजापति (46) के साथ सामने आया है। उस एक जालसाज ने फोन करके कहा कि नो योर कस्टमर (केवाईसी) दस्तावेज जमा नहीं होने के कारण उसका एटीएम कार्ड सोमवार को दोपहर से काम नहीं करेगा। इसे रोकने के लिए उसे अपने कार्ड की डिटेल्स साझा करनी होगी। प्रजापति जालसाज के झांसे में आ गए और उन्होंने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बडौदा की भायंदर शाखा के अकाउंट से जुड़े एटीएम कार्ड की जानकारी दे दी। इसके बाद जालसाज ने कहा कि उनके पास एक मैसेज आएगा, जिसमें लिखे ओटीपी को भी शेयर करना होगा।
प्रजापति ने यह ओटीपी भी जालसाज को बता दिया। इसके बाद उनके दोनों खातों से कई बार लेन-देन हुआ और करीब 68 हजार रुपए उनके खाते से निकल गए। जब प्रजापति बैंक गए और वहां जाकर इसके बारे में पूछताछ की, तो उनको अपनी गलती का एहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।