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नहीं रहे मशहूर गीतकार नक्श लायलपुरी

उर्दू के मशहूर कवि एवं गीतकार नक्श लायलपुरी का रविवार को निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के अंधेरी स्थित अपने आवास पर दिन के 11 बजे अंतिम सांस ली।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 23 Jan 2017 03:05 AM (IST)Updated: Mon, 23 Jan 2017 03:12 AM (IST)
नहीं रहे मशहूर गीतकार नक्श लायलपुरी
नहीं रहे मशहूर गीतकार नक्श लायलपुरी

मुंबई, आइएएनएस। उर्दू के मशहूर कवि एवं गीतकार नक्श लायलपुरी का रविवार को निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के अंधेरी स्थित अपने आवास पर दिन के 11 बजे अंतिम सांस ली। वह 89 वर्ष के थे और कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनका असली नाम जसवंत राय शर्मा था, लेकिन बॉलीवुड में वह नक्श लायलपुरी के नाम से मशहूर थे।
मौजूदा पाकिस्तान के लायलपुर में जन्मे नक्श ङ्क्षहदी फिल्मों में करियर बनाने के लिए 1940 के दशक में मुंबई आ गए थे। गुजारा करने के लिए यहां उन्हें कुछ दिनों तक डाक विभाग में भी काम करना पड़ा। काफी संघर्ष के बाद नक्श लायलपुरी को एक ङ्क्षहदी फिल्म में बतौर गीतकार पहली बार 1952 में काम मिला। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लेकिन असली सफलता उन्हें 1970 से मिलना शुरू हुआ। गीतकार के रूप में अपने फिल्मी करियर में उन्होंने 'मैंने तो हर मोड़ पर..', 'ना जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया', 'उल्फत में जमाने जमाने की हर रस्म को ठुकराओ' और 'दो दीवाने शहर में' जैसे यादगार गीत दिए। नक्श लायलपुरी ने टेलीविजन के लिए गाने लिखे।

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