निकम करेंगे अहमदनगर दुष्कर्म कांड की पैरवी
आखिरकार मुख्यमंत्री फड़नवीस को अहमदनगर में नाबालिग बालिका का साथ हुए दुष्कर्म मामले की पैरवी के लिए वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को नियुक्त करना पड़ा।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र विधानमंडल के वर्षाकालीन सत्र के पहले ही दिन फड़नवीस सरकार को अहमदनगर में नाबालिग बालिका का साथ हुए दुष्कर्म एवं हत्या मामले में विपक्ष के हंगामे का निशाना बनना पड़ा। आखिरकार मुख्यमंत्री फड़नवीस को मामले की जांच अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपकर मामले की पैरवी के लिए वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को नियुक्त करना पड़ा।
अहमदनगर के कोपराडी गांव में 15 वर्ष की एक बालिका के साथ दुष्कर्म एवं बर्बरता का मामला सामने आया था। दुष्कर्म करनेवालों ने बालिका के शरीर को जगह-जगह चोट पहुंचाई थी और उसके पैर भी तोड़ दिए थे। 13 जुलाई को हुई इस घटना के बाद सामाजिक एवं राजनीतिक स्तर पर सरकार को विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ रहा है। आज राज्य विधानमंडल के वर्षाकालीन सत्र के पहले ही दिन यह मामला विधानसभा में भी गूंजा। विपक्ष ने राज्य सरकार को कानून व्यवस्था में विफल बताते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के इस्तीफे की मांग जोर-शोर से उठाई। अहमद नगर जिले में अनेक सामाजिक संगठनों ने भी इस मुद्दे पर जोरदार प्रदर्शन किया और मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाने की मांग की। मुख्यमंत्री ने आज विधानसभा में पीड़िता के परिवार को पांच लाख रुपए की सांत्वना राशि भी देने की घोषणा की । बता दें कि मुख्यमंत्री ने जिन वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को इस मामले की पैरवी के लिए नियुक्त किया है, वह आतंक से जुड़े अनेक मामलों के अलावा मुंबई के शक्ति मिल कंपाउंड में हुए दुष्कर्म मामले की भी पैरवी कर तीन आरोपियों को मौत की सजा सुनवा चुके हैं।