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कुपोषण से बच्चों की मौत पर मंत्री का विवादित बयान, कहा- होने दो मौतें

पालघर जिले में कुपोषण से हो रही बच्चों की मौत पर प्रदेश के आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा के विवादित बयान से बवाल मच गया है। सावरा पर आरोप है कि उन्होंने कुपोषण से 600 बच्चों के मौत के सवाल पर कहा कि मौत हो रही है तो होने दो।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 18 Sep 2016 05:31 AM (IST)Updated: Sun, 18 Sep 2016 05:37 AM (IST)
कुपोषण से बच्चों की मौत पर मंत्री का विवादित बयान, कहा- होने दो मौतें

मुंबईपालघर जिले में कुपोषण से हो रही बच्चों की मौत पर प्रदेश के आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा के विवादित बयान से बवाल मच गया है। सावरा पर आरोप है कि उन्होंने कुपोषण से 600 बच्चों के मौत के सवाल पर कहा कि मौत हो रही है तो होने दो। इस बयान को लेकर सावरा को सीएम देवेंद्र फडणवीस की डांट भी खानी पड़ी।

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बीते 15 दिनों में पालघर के आदिवासी इलाके में कुपोषण के कारण तीन बच्चों की मौत हो हो गई। कुपोषण से बच्चों की मौत के मामले में प्रदेश सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। विपक्ष ने सावरा से इस्तीफे की मांग की है। विवाद बढ़ने के बाद शुक्रवार को आदिवासी कल्याण मंत्री ने सफाई दी कि मैंने इस तरह का बयान नहीं दिया है। सावरा ने कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।

क्या है मामला

दरअसल गुरुवार को सावरा पालघर के मोखाड़ा इलाके में कुपोषण के कारण मौत के शिकार हुए एक बच्चे के परिवार वालों से मिलने के लिए पहुंचे थे। बच्चे की मां ने सावरा को घर के द्वार पर ही रोक दिया। उस महिला ने सरकार से किसी भी प्रकार की मदद न मिलने का आरोप लगाया। इसी दौरान वहां पर मौजूद कुपोषण के लिए काम करने वाले एक संगठन के प्रतिनिधियों ने कहा कि जनवरी महीने से अब तक 600 बच्चों की मौत हो चुकी है। सरकार कुछ भी नहीं कर रही है। इसके जवाब में सावरा ने कहा कि बच्चों की मौत हो रही है तो क्या करें। शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक शुरू होने से पहले फडणवीस ने सावरा को बुलाकर उनके बयान पर नाराजगी जताई।

- सीएम ने कहा कि अपने गैर जिम्मेदार बयान के लिए मीडिया के सामने जाकर सफाई दो। इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत और महिला व बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे ने सावरा का बचाव किया है। दोनों मंत्रियों ने कहा कि सावरा गंभीर मंत्री हैं। वर्षों से आदिवासियों के लिए काम कर रहे हैं। वे इस तरह का बयान नहीं दे सकते।

इस साल अब तक हुई 126 बच्चों की मौत

सरकारी आंकड़ों के अनुसार पालघर जिले में साल 2013-14 में 512 बच्चों की मौत हुई थी। जबकि साल 2014-15 में 485 और साल 2015-16 में 457 बच्चों की मौत हुई थी। इस साल जुलाई 2016 तक 126 बच्चों की मौत हुई है।

मंत्री विष्णु सावरा ने मामले पर कहा कि जब मुझे बताया गया कि राज्य में अब तक 600 बच्चों की मौत हो चुकी है। तो मैंने जवाब में कहा कि इतने बच्चों की मौत हो चुकी है, आगे और बच्चों की मौत न हो इसके प्रति सरकार गंभीर है। मीडिया मेरा अधूरा बयान दिखा रहा है। मैं 50 सालों से आदिवासियों के लिए काम कर रहा हूं। मैं इस तरह का बयान दे ही नहीं सकता।


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