फिल्म व्यवसाय भी हुआ नोटबंदी का शिकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का शिकार फिल्म व्यवसाय को भी होना पड़ा है। दो सप्ताह में इस व्यवसाय को 300 करोड़ रुपये का झटका लगा है।
मुंबई [ ओमप्रकाश तिवारी ] । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का शिकार फिल्म व्यवसाय को भी होना पड़ा है। एक अनुमान के मुताबिक पिछले दो सप्ताह में इस व्यवसाय को 300 करोड़ रुपये का झटका लगा है। देश में मल्टीप्लेक्स थिएटरों की संख्या लगभग 3500 एवं एकल स्क्रीन थिएटरों की संख्या लगभग 7000 है। पिछले दो सप्ताह में मल्टीप्लेक्स थिएटरों के व्यवसाय में 40 से 60 फीसद और एकल स्क्रीन थिएटरों के व्यवसाय में करीब 70 से 90 फीसद की कमी दर्ज की गई है।
मल्टीप्लेक्स थिएटरों का काम तो जैसे-तैसे चल रहा है। क्योंकि इन थिएटरों में डेबिट-क्रेडिट कार्ड स्वीकार किए जाते हैं और ऑनलाइन भी टिकट बुकिंग होती है। लेकिन एकल स्क्रीन थिएटरों में टिकटों की कीमत आज भी 50 से 10 के बीच होती है और इनका भुगतान नकद ही लिया जाता है। मल्टीप्लेक्स थिएटरों में ज्यादातर पढ़ा-लिखा युवा वर्ग जाता है, जो ऑनलाइन टिकट बुकिंग का अभ्यस्त हो चुका है। लेकिन एकल स्क्रीन थिएटरों में वह वर्ग जाता है, जो इन दिनों वास्तव में नकदी के संकट से जूझ रहा है। इस वर्ग के दिन का बड़ा भाग एटीएम और बैंक की कतार में बीत रहा है।
सिनेमा की बुकिंग विंडो पर खड़े होना उसके लिए फिलहाल संभव नहीं दिखता।इन परिस्थितियों का आकलन करते हुए ही शाह रुख खान जैसे बड़े सुपरस्टार ने अपनी फिल्म 'डियर जिंदगी' के सिर्फ 1000 प्रिंट उतारे। उनमें भी 800 मल्टीप्लेक्स को दिए गए और 200 एकल स्क्रीन थिएटरों को। एकल स्क्रीन थिएटरों की खराब हालत देखते हुए दो-तीन दिनों बाद ही कई प्रिंट उतारकर मल्टीप्लेक्स में भेज दिए गए। इस रणनीति के कारण ही पिछले सप्ताह भर में फिल्म 40 करोड़ से ऊपर का व्यवसाय कर चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को प्रदर्शित होने जा रही विद्या बालन की फिल्म कहानी-2 के भी 1200 प्रिंट ही प्रदर्शित किए जा रहे हैं। अगले शुक्रवार यानी नौ दिसंबर को प्रदर्शित होनेवाली यशराज फिल्म्स की 'बेफिक्रे' की भी पैसा वसूल होने की फिक्र बढ़ गई है।
सबसे ज्यादा दांव पर लगी है 25 दिसंबर को आ रही आमिर खान की फिल्म दंगल। इस फिल्म के लिए आमिर ने खासी मेहनत की है। फिल्म निर्माता और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने तो दिसंबर में कोई नई और बड़ी फिल्म के प्रदर्शन से बचने की सलाह दे डाली है।
फिल्म वितरण कंपनी वाइटलाइन एंटरटेनमेंट प्रा. लि. से जुड़े अरुण त्यागी बताते हैं कि नोटबंदी के अगले ही तीन दिन बाद प्रदर्शित हुई फिल्म 'रॉक ऑन' को तगड़ा झटका लगा है। लेकिन इसके साथ ही प्रदर्शित होने जा रही दो फिल्मों '30 मिनट्स' और 'सांसें' ने अपने प्रदर्शन की तारीखें आगे बढ़ा दी हैं। इन दोनों फिल्मों के निर्माता दिल्ली के हैं और उन्हें मालूम था कि एकल स्क्रीन थिएटर में उन्हें दर्शक नहीं मिलनेवाले। नोटबंदी के 10 दिन बाद आई जॉन अब्राहम की 'फोर्स 2' भी अपेक्षा से काफी कम व्यवसाय कर सकी। इसी दौरान प्रदर्शित होने जा रही टी-सीरीज की फिल्म 'वजह तुम हो' को आगे बढ़ा दिया गया है।