Move to Jagran APP

शनि शिंगणापुर में अब पुरुष भी चबूतरे पर चढ़कर नहीं कर सकेंगे शनि की पूजा

महिलाओं को समान अधिकार दिलाने की बैठक पुरुषों के अधिकार कम करने पर खत्म हुई। मामला शनि शिंगणापुर मंदिर में पुरुषों के ही समान महिलाओं को चबूतरे पर चढ़कर तेल चढ़ाने और पूजा करने का अधिकार दिलाने के लिए रविवार को हुई बैठक का है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 08 Feb 2016 05:04 AM (IST)Updated: Mon, 08 Feb 2016 05:11 AM (IST)
शनि शिंगणापुर में अब पुरुष भी चबूतरे पर चढ़कर नहीं कर सकेंगे शनि की पूजा

मुंबईमहिलाओं को समान अधिकार दिलाने की बैठक पुरुषों के अधिकार कम करने पर खत्म हुई। मामला शनि शिंगणापुर मंदिर में पुरुषों के ही समान महिलाओं को चबूतरे पर चढ़कर तेल चढ़ाने और पूजा करने का अधिकार दिलाने के लिए रविवार को हुई बैठक का है।

loksabha election banner

श्रीश्री रविशंकर के साथ शिंगणापुर ट्रस्ट और भूमाता ब्रिगेड के साथ लंबी बैठक चली। श्रीश्री ने जहां बैठक में विवाद सुलझाने का दावा किया है, वहीं भूमाता ब्रिगेड ने बैठक को बेनतीजा बताया है। उनका कहना है कि महिलाओं को अधिकार नहीं देना चाहते, इसलिए ऐसा निर्णय लिया जा रहा है। बैठक के बाद निर्णय हुआ कि अब पुरुषों को भी पवित्र चबूतरे पर चढ़ने नहीं दिया जाएगा।


चबूतरे पर चढ़कर सिर्फ पुजारी ही जा सकेंगे। मीडिया से बात करते हुए रविशंकर ने कहा कि सहमति बन गई है, अब पुरुष और महिला दोनों ही चबूतरे पर नहीं चढ़ेंगे। यहां तक कि शिला पर तेल अब मशीन द्वारा चढ़ाया जाएगा। वहीं, 11 हजार रुपए देकर चबूतरे पर चढ़ने की पुरानी व्यवस्था बनी रहेगी।

नाकाम रही बैठक

भूमाता ब्रिगेड की नेता तृप्ति ने कहा कि बैठक नाकाम रही है। हमारी मांग महिलाओं को चबूतरे पर चढ़कर पूजा करने की इजाजत देने को लेकर थी। बेनतीजा बैठक में अब यह कहा गया कि स्त्री-पुरुष बाहर से दर्शन करेंगे। इतने सालों से पुरुष चबूतरे पर जाकर पूजा कर रहे थे, महिलाओं को अधिकार न मिलें, इसलिए पुरुषों को भी बैन कर दिया।

भेदभाव नहीं, सभी बराबर : श्रीश्री

उधर, रविशंकर ने बताया कि इस नई व्यवस्था पर सभी पक्ष राजी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामने दो मॉडल हैं, एक काशी विश्वनाथ और दूसरा बालाजी मंदिर। यहां सभी बराबर हैं, सभी को मंदिर में प्रवेश का समान अधिकार है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.