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आत्महत्याग्रस्त किसानों के बच्चों को क्लर्क भर्ती में मिलेगी प्राथमिकता

परिवहन विभाग में क्लर्क की भर्ती में अब आत्महत्याग्रस्त किसानों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी। परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने बुधवार को यह घोषणा की। बताया कि अभी केवल परिवहन विभाग ने आत्महत्या करने वाले किसानों के बच्चों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2015 03:58 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2015 04:04 AM (IST)
आत्महत्याग्रस्त किसानों के बच्चों को क्लर्क भर्ती में मिलेगी प्राथमिकता

मुंबई। राज्य के परिवहन विभाग में क्लर्क की भर्ती में अब आत्महत्याग्रस्त किसानों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी। परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने बुधवार को यह घोषणा की। बताया कि अभी केवल परिवहन विभाग ने आत्महत्या करने वाले किसानों के बच्चों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। राज्य के सभी विभागों में यह निर्णय लागू करने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को परिवहन विभाग ने प्रस्ताव भेजा है। इस बारे में सरकार यदि निर्णय लेती है तो सामान्य प्रशासन विभाग को नए िसरे से शासनादेश जारी करना होगा।

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उन्होंने बताया कि सरकारी नौकरियों में 'क दर्जे की भर्ती के लिए विविध प्रवर्ग के लिए आरक्षण लागू है। भर्ती के लिए ली जाने वाली परीक्षा में समान अंक आने की स्थिति में क्रमानुसार अनुसूचित जाित, अनुसूचित जनजाित, विकलांग, भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों को नौकरी दी जाती है।

विदर्भ व मराठवाड़ा में किसान आत्महत्या के सर्वाधिक मामले

रावते ने बताया कि राज्य में 17 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं, जिसमें सर्वाधिक संख्या विदर्भ व मराठवाड़ा की है। इसके मद्देनजर परिवहन विभाग ने यह निर्णय लिया है। इससे पीडि़त किसानों के परिवार वालों को मदद मिलेगी। उम्मीद है जल्द ही अन्य विभाग भी इसका अनुसरण करेंगे।

अब नशा करनेवाले नहीं बन सकेंगे एसटी ड्राइवर

राज्य में अब तंबाकू व शराब का नशा करने वालों को परिवहन विभाग में बस ड्राइवर की नौकरी मिलनी मुश्किल हो जाएगी। क्योंकि परिवहन विभाग में बस चालकों की भर्ती से पहले सरकार व्यसनमुक्ति का शपथपत्र लेगी। शपथपत्र भरे बिना नौकरी नहीं मिलेगी। चालक पद के आवदेक को शपथपत्र में लिखना होगा कि वह सेवा के दौरान किसी प्रकार का नशा नहीं करेगा। परिवहन मंत्री रावते ने बताया कि बस चालकों में बड़े पैमाने पर नशे की शिकायत मिलती है। इसके मद्देनजर सरकार ने यह निर्णय लिया है। इससे ड्राइवरों में तंबाकू सेवन में कमी आएगी।

राज्य में 7,630 ड्राइवरों की भर्ती

रावते ने बताया कि राज्य मार्ग परिवहन महामंडल ने 7 हजार 630 ड्राइवरों की भर्ती करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 70 हजार आवेदन आए हैं। इस भर्ती प्रक्रिया में यह निर्णय लागू होगा।


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