महायुति के घटक दलों की भाजपा को धमकी, सत्ता में हिस्सेदारी नहीं तो छोड़ेंगे साथ
सत्ता में हिस्सेदारी न मिलने से नाराज महायुति के छोटे घटक दलों ने भाजपा का साथ छोडऩे की धमकी दी है। मुंबई में शनिवार को आरपीआई समेत दूसरे छोटे दलों ने बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार किया।
मुंबई। सत्ता में हिस्सेदारी न मिलने से नाराज महायुति के छोटे घटक दलों ने भाजपा का साथ छोडऩे की धमकी दी है। मुंबई में शनिवार को आरपीआई समेत दूसरे छोटे दलों ने बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार किया। नेताओं ने सत्ता में 10 फीसदी हिस्सेदारी मांगी है।
इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नाराज नेताओं के साथ मुलाकात कर उन्हें मंत्रिमंडल में उचित प्रतिनिधित्व का आश्वासन दिया। आरपीआई अध्यक्ष रामदास आठवले, शेतकरी संघठन के नेता राजू शेट्टी ने संवाददाताओं से बात करते हुए सरकार के कामकाज पर नाराजगी भी जताई। उन्होंने कहा कि दिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के आश्वासन पर हम गठबंधन में शामिल हुए थे, लेकिन हमें कोई नहीं पूछ रहा है। एमआईजी क्लब में हुई इस बैठक में आठवले और शेट्टी के अलावा महादेव जानकर, विनायक मेटे, सदाभाऊ खोत जैसे कई नेता शामिल हुए।
घटक दलों की दलील
इन नेताओं का कहना था कि भाजपा की विचारधारा से सहमत न होने के बावजूद कांग्रेस-राकांपा की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए उन्होंने महायुति में शामिल होने का फैसला किया था, लेकिन सरकार बनने के करीब छह महीने बाद भी उन्हें निर्णय प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जा रहा है।
सीएम का आश्वासन
वहीं मुख्यमंत्री फडणवीस ने घटक दलों को आश्वासन दिया है कि मंत्रिमंडल में उन्हें उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने घटक दलों के नेताओं को कहा कि भाजपा-शिवसेना समन्यवय समिति में भी उन्हें स्थान दिया जाएगा। माना जा रहा है कि मानसून सत्र में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान इन घटक दलों को मंत्रिपद दिया जा सकता है।