बीयर फैक्ट्रियों को पानी की कटौती पर सियासी घमासान
मराठवाड़ा क्षेत्र में पानी की किल्लत को देखते हुए प्रशासन ने शराब कंपनियों को जलापूर्ति में 20 फीसद कटौती करने का फैसला किया है।
मुंबई। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र की बीयर फैक्ट्रियों को पानी कटौती पर विवाद खड़ा हो गया है। मराठवाड़ा इलाके में भीषण सूखे के कारण जलाशय और बांध लगभग सूख गए हैं। इसे देखते हुए औरंगाबाद जिला प्रशासन ने बीयर कंपनियों को जलापूर्ति में 20 फीसद कटौती करने का फैसला किया है।
अन्य औद्योगिक इकाइयों को भी 10 फीसद कम जलापूर्ति का फैसला किया गया। औरंगाबाद की जिलाधिकारी निधि पांडेय ने शनिवार को बताया कि पानी में कटौती का फैसला फिलहाल एक पखवाड़े के लिए लिया गया है। 30 अप्रैल को स्थिति की समीक्षा के बाद आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।
इस बीच, जलापूर्ति में कटौती को लेकर राज्य में सियासी घमासान शुरू हो गया है। राज्य की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा है कि पानी की कटौती किए जाने से बीयर फैक्ट्रियां बंद हो जाएंगी। इस कारण फैक्ट्रियों में काम करनेवालों को बेरोजगार होना पड़ सकता है।
पंकजा स्वयं मराठवाड़ा के बीड जिले का प्रतिनिधित्व करती हैं। दूसरी तरफ, शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे बीयर फैक्ट्रियों को पानी की आपूर्ति बिल्कुल बंद करने की मांग कर रहे हैं।