Move to Jagran APP

चाय पीने के बाद लापता हो गए विधायक

मध्य प्रदेश में धरमपुरी विधायक कालूसिंह ठाकुर बुधवार सुबह से अचानक लापता हो गए। विधायक ठाकुर को उनके परिजन ने बुधवार सुबह चाय देते वक्त आखिरी बार देखा था। ठाकुर मप्र के विवादित और चर्चित विधायक रहे हैं। एक तरफ तो वह कई जगह मारपीट कर चुके हैं तो दूसरी तरफ उन्हें विधानसभा में सबसे ज्यादा प्रश्न पूछने पर सम्मानित भी किया गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 22 Sep 2016 06:55 AM (IST)Updated: Thu, 22 Sep 2016 06:59 AM (IST)
चाय पीने के बाद लापता हो गए विधायक

इंदौर मध्य प्रदेश में धरमपुरी विधायक कालूसिंह ठाकुर बुधवार सुबह से अचानक लापता हो गए। विधायक ठाकुर को उनके परिजन ने बुधवार सुबह चाय देते वक्त आखिरी बार देखा था। ठाकुर मप्र के विवादित और चर्चित विधायक रहे हैं। एक तरफ तो वह कई जगह मारपीट कर चुके हैं तो दूसरी तरफ उन्हें विधानसभा में सबसे ज्यादा प्रश्न पूछने पर सम्मानित भी किया गया है।

loksabha election banner

उनका मोबाइल भी बंद आ रहा है। विधायक के सारे वाहन भी घर पर ही हैं। हमेशा उनके साथ रहने वाला गनमैन प्रहलाद पंवार भी मांडू में ही है। उसके ड्यूटी पर पहुंचने से पहले से ही विधायक गायब हैं। सूचना मिलते ही एसपी राजेश हिंगणकर समेत एसडीओपी, टीआई व तमाम पुलिस अधिकारी मांडू स्थित उनके निवास पर पहुंचे।पुलिस मोबाइल स्वीच ऑफ होने से पूर्व की गई बातचीत के आधार पर छानबीन कर रही है।शाम को मांडू थाने पर गनमैन पंवार की सूचना पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की।

विवाद को लेकर विधायक ठाकुर चर्चा में

मांडू थाना प्रभारी हरेसिंह रावत ने बताया गनमैन ने सुबह 6 बजे से विधायक के लापता होने की सूचना दी है। निर्माणाधीन नागदा-गुजरी सीमेंटेड टू-लेन की निर्माता कंपनी से हुए विवाद को लेकर विधायक ठाकुर चर्चा में हैं।11 सितंबर को भारुड़पुरा के समीप निर्माता कंपनी पीडी अग्रवाल कंस्ट्रक्शन के वाहनों में तोड़फोड़ और कर्मचारियों से मारपीट हुई थी। मामले में कंपनी की ओर से विधायक ठाकुर के पीए शशिकांत चौहान और मुकुट नाम के युवक पर धामनोद थाने में प्रकरण दर्ज कराया गया था। सोमवार शाम ही चौहान व मुकुट जमानत पर छूटे हैं।

टोल पर तोड़फोड़, सरकारी संपत्ति पर कब्जा, डॉक्टर से मारपीट कर चुके हैं विधायक
लेबड़-मानपुर फाेरलेन के टोल बूथ पर टोल टैक्स नहीं चुकाने के विवाद में तोड़फोड़। मांडू में उद्यानिकी विभाग की नर्सरी, किसान प्रशिक्षण केंद्र भवन पर विधायक बनने के बाद से कब्जा जमा रखा था। दो माह पूर्व भाजपा प्रदेश संगठन की हिदायत के बाद कब्जा छोड़ा। मांडू अस्पताल में एक डाॅक्टर से मारपीट की। इसके बाद डॉक्टर मांडू अस्पताल नहीं गया। एक केस दर्ज कराया, जिसमें बताया उन पर गोलीबारी की गई। घर की दीवार पर कुछ निशान बताकर कुछ लोगों पर नामजद एफआईआर करवाई। मांडू में ही एक भवन पर कब्जा करने का आरोप भी विधायक पर है। यह मामला कोर्ट में है। विधायक बनने के पूर्व धार में कलेक्टोरेट (वर्तमान में खनिज विभाग भवन) की जमीन पर फेंसिंग कर ली। प्रशासन ने कब्जा हटवाया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.