मैंने नियुक्तियां दीं पर भ्रष्टाचार नहीं किया: दिग्विजय
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने स्वीकार किया कि उन्होंने नियुक्तियों के लिए नोटशीट लिखीं, लेकिन एक धेले का भ्रष्टाचार नहीं किया। सभी नियुक्तियों का कैबिनेट में अनुमोदन कराया। उन्होंने कहा कि गुपचुप नियुक्तियां तो बीजेपी शासन में हुई।
भोपाल [ब्यूरो]। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने स्वीकार किया कि उन्होंने नियुक्तियों के लिए नोटशीट लिखीं, लेकिन एक धेले का भ्रष्टाचार नहीं किया। सभी नियुक्तियों का कैबिनेट में अनुमोदन कराया। उन्होंने कहा कि गुपचुप नियुक्तियां तो बीजेपी शासन में हुई। ये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद विधानसभा में स्वीकार चुके हैं कि एक हजार नियुक्तियों में गड़बड़ी हुई है। 12 साल से बीजेपी और आरएसएस उनके [दिग्विजय] के खिलाफ सबूत ढूंढने में लगी है।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि सरला मिश्रा की आत्महत्या की सीबीआई जांच कराने मुख्यमंत्री खासे चिंतित हैं, यदि जांच कराते हैं तो मैं स्वीकार करूंगा, क्योंकि सीबीआई जांच की पहल मैंने ही की थी। व्यापमं घोटाले में सिंह ने एसटीएफ पर सरकार को बचाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कुछ नोटशीट लेकर लोग घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि मेरे शासनकाल में नोटशीट पर नियुक्तियां हुई थी। सरकार चाहे तो 1956 से लेकर अभी तक की नियुक्तियों की जांच करा ले।
हाईकोर्ट ने मुझसे जुड़े नियुक्ति के एक प्रकरण में संज्ञान लिया लेकिन बाकी को छोड़ दिया। मेरा पक्ष नहीं सुना गया। उन्होंने कहा कि व्यापमं मामले में 24 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। हम अनुरोध करेंगे कि टूजी और कोलगेट की तरह कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच हो।