बोर्ड परीक्षा में हर संभाग का होगा अलग पेपर
बोर्ड परीक्षाओं के हर साल आउट हो रहे पेपरों से परेशान मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस समस्या का रास्ता निकाल लिया है।
मनोज तिवारी, भोपाल बोर्ड परीक्षाओं के हर साल आउट हो रहे पेपरों से परेशान मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस समस्या का रास्ता निकाल लिया है। सब कुछ ठीक रहा तो इस सत्र में बोर्ड परीक्षा में हर संभाग का अलग पेपर होगा। इस नई व्यवस्था में पेपरों की चौकस निगरानी आसान होगी और यदि किसी संभाग में पेपर लीक हो भी गया तो उस स्थिति में पूरे प्रदेश का पेपर रद्द नहीं करना पड़ेगा।
जिससे मंडल का लाखों के खर्च की बचत भी होगी। मंडल ने प्रस्तावित नई व्यवस्था पर काम शुरू कर दिया है। मंडल संभागवार पेपर से परीक्षा कराने का प्रस्ताव शासन को भेजने जा रहा है। इस प्रस्ताव के मुताबिक हर जिले में पेपर तैयार होंगे। इन पेपरों से संभाग स्तर पर हर विषय का एक पेपर तैयार किया जाएगा। जिससे परीक्षा कराई जाएगी। इस हिसाब से हर संभाग में अलग-अलग पेपर होंगे।
अब यदि किसी संभाग में पेपर लीक भी हो जाता है, तो सिर्फ उसी संभाग में परीक्षा करानी पड़ेगी। इसके अलावा मंडल द्वारा वर्तमान में देश के अन्य बोर्ड और विश्वविद्यालयों की परीक्षा प्रणाली की जानकारी ली जा रही है। इसमें समानता पाए जाने और शासन से प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद नया पैटर्न लागू किया जाएगा।
समिति ने उठाए सवाल
मंडल ने कार्यपालिका समिति के सदस्यों से इस प्रस्ताव पर राय मांगी थी। सदस्यों ने प्रस्ताव को ठीक बताया। साथ ही नई समस्या कठिन और सरल पेपर की बता दी। जिस वजह से देश के अन्य बोर्ड और विश्वविद्यालयों की परीक्षा प्रणाली की जानकारी लेने को कहा गया है। सदस्यों का कहना था कि बहु प्रश्न पत्र प्रणाली में कहीं सरल तो कहीं कठिन पेपर आ सकते हैं। ऐसे में परीक्षार्थियों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि मंडल की दोनों परीक्षाएं वर्ष 2010 से एकल प्रश्न पत्र प्रणाली पर आधारित है। इससे पहले चार सेट में पेपर दिए जाते थे।
अभी अन्य बोर्ड और विश्वविद्यालय से जानकारी मांग रहे हैं। वहां से जानकारी आने के बाद तय करेंगे कि क्या किया जा सकता है।
शशांक मिश्र, सचिव, मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल