किसानों पर चर्चा नहीं कराई तो सदन में धरना
भोपाल [ब्यूरो]। राज्य सरकार ने यदि विधानसभा सत्र दो दिन का नहीं किया और किसानों के मुद्दे पर एक दिन
भोपाल [ब्यूरो]। राज्य सरकार ने यदि विधानसभा सत्र दो दिन का नहीं किया और किसानों के मुद्दे पर एक दिन चर्चा नहीं कराई तो कांग्रेस विधायक दल सदन में ही धरना देगा, वहीं व्यापमं घोटाले को लेकर लगातार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेर रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी विधानसभा पहुंचेंगे। ऐसे में एक दिनी सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है।
नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के निवास पर हुई विधायक दल की बैठक में युवा विधायक तरण भनोत, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल सहित अन्य ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखरकर सत्र की अवधि एक दिन ब़़ढाने और सिर्फ किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने की मांग का समर्थन किया। नेताओं ने एक सुर में कहा कि सरकार यदि मांग को स्वीकार नहीं करती है तो कड़ा विरोध दर्ज कराया जाना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि विपक्ष होने के नाते हम हर एक मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। अनुपूरक अनुमानों पर भी अपना पक्ष रखेंगे। बैठक में तय किया है कि सत्र की अवधि बढ़ाकर दो दिन और किसानों के मुद्दे पर चर्चा नहीं कराई जाती है तो विधायक दल गर्भगृह में धरना देगा।
सूत्रों का कहना है कि धरना एक दिन से ज्यादा लंबा भी हो सकता है। मुख्यमंत्री को नहीं बोलने देने के सवाल पर कटारे ने कहा कि ऐसी कोई प्रतिज्ञा नहीं है पर इतना जरूर है कि वे उन सवालों का जवाब जरूर दें जो विपक्ष सदन में उठाता है। बैठक में तंग करने वाली मुकदमेबाजी निवारण विधेयक का विरोध करने का प्रस्ताव तरण भनोत ने रखा, जिसे स्वीकार किया गया।
भनोत ने बताया कि सरकार ये काला कानून अपनी सुविधा के लिए ला रही है। दरअसल, व्यापमं से लेकर जिनने भी बड़े घोटाले उजागर हुए हैं उनमें जनहित याचिकाओं की ब़़डी भूमिका रही है। इस कानून का सदन से लेकर कोर्ट तक विरोध किया जाएगा।
दिग्विजय कर सकते हैं बड़ा खुलासा
सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तमिलनाडु एक्सप्रेस से सुबह साढे़ आठ बजे भोपाल आएंगे। 11 बजे के वह विधानसभा पहुंचेंगे। यहां वे व्यापमं घोटाले से जुड़ा कोई बड़ा खुलासा भी कर सकते हैं।